भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के कारण आज हर व्यक्ति तनाव या किसी ना किसी हैल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहा है। परेशानी तो यह है कि किसी के पास इतना भी वक्त नहीं कि वो रोगों को इलाज तो दूर, मानसिक शांति प्राप्त कर सके। ऐसे में आज हम आपको कुछ छोटे-छोटे टिप्स देंगे, जो आपको सकारात्मक ऊर्जा से भर देंगे और तनाव को दूर करेंगे। यही नहीं, वास्तु के ये उपाय आपकी जिंदगी को खुशियों से भी भर देंगे।
बेडरूम में ना करें
शास्त्रों के अनुसार, बेडरूम में कभी भी शराब, सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपके तनाव, डरावने सपनें और नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनता है। इसके अलावा बेडरूम में कभी भी कांटेदार पौधे भी ना लगाएं।
सुबह उठकर खोले खिड़कियां
सुबह उठकर बेडरूम की खिड़कियां खोल देनी चाहिए, ताकि रोशनी अंदर आए। इससे सकारात्मक ऊर्जा आएगी और सूरज की किरणों से बैक्टीरिया व विषाणु भी नष्ट हो जाएंगे। यही नहीं, इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आएगी।
त्वचा को हो सकता है नुकसान
दोपहर बाद सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाती है और इससे वास्तु दोष भी बढ़ता है इसलिए 11 बजे के बाद खिड़कियों और दरवाजों पर भारी पर्दे डालकर रखें।
गर्भाशय संबंधी हो सकती है समस्या
गर्भवती स्त्रियां दक्षिण-पश्चिम दिशा स्थित कमरे का यूज करें। माना जाता है कि इससे महिलाएं मानसिक रुप से स्वस्थ रहती हैं और इससे प्रेगनेंसी में भी कोई दिक्कत नहीं आती है। साथ ही अपने खान-पान का भी खास ख्याल रखें।
बीपी बढ़ता है गलत दिशा में बना बेडरूम
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दक्षिण-पूर्व में बेडरूम में नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे बीपी बढ़ने की समस्या रहती है। दरअसल, यह दिशा अग्नी से प्रभावित होती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।
तन-मन रहता है स्वास्थ्य
परिवार के बुजुर्ग को हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित कमरे में रहना चाहिए। इससे उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। साथ ही बेडरूम में कभी झूठे-बर्तन ना छोड़ें।
खुला ना छोड़ें नमक का डिब्बा
बाथरूम में बिना ढक्कन वाला नमक का डिब्बा रखने से घर में बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है। इसके अलावा बाथरूम में भी किसी चीज को खुला ना छोड़ें।
इस तरह ना हो किचन
गैस स्टोव ऐसी दिशा में रखें, जिससे खाना बनाते समय आपका मुंह पूर्व दिशा की तरफ रहें। इससे महिलाओं का स्वास्थ्य ठीक रहता है।
गलत दिशा में मुंह करके खाना बनाना
अगर खाना बनाते समय गृहिणी का मुंह उत्तर दिशा में हो तो वह सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस और थायरॉइड से प्रभावित हो सकती है। साथ ही दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके खाना बनाने से भी बचें। इससे महिलाओं के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।