सर्दियों का मौसम वैसे तो बड़ा ही सुहाना लगता है। लोग इस मौसम में ज्यादा समय या तो रजाई में रहना चाहते हैं और छत पर धूप सेंकना पसंद करते हैं। वहीं इस मौसम में वायरल फ्लू भी कई लोगों को अटैक करता है। ऐसे में अगर इस मौसम में इन्यूनिटी कमजोर होगी तो बच्चे और खासकर महिलाओं को इन 5 बीमारियों का सबसे ज्यादा जोखिम रहेगा। आइए आपको बताते हैं इसके बारे...
सर्दी- जुकाम और सिरदर्द
सर्दी के मौसम में महिलाओं को सर्दी- जुकाम का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा महिलाओं के गले में खराश और खांसी आदि की समस्या रहती है। इसलिए ठंडी हवाओं से पूरी तरह बचने की कोशिश करें। अपने गले को साफ करें और सिर पर कपड़ा बांधकर रखें। वहीं अगर फिर भी छाती में बलगम जम जाए तो नमक के पानी से गरारे करें।
जोड़ों में दर्द
पुरुषों की तुलना महिलाओं को जोड़ों में दर्द की समस्या ज्यादा रहती है। सर्दियों में महिलाओं को जोड़ों का दर्द बहुत ज्यादा रहता है। सर्दियों में महिलाओं में बॉडी सिस्टफनेस बढ़ने लगता है। इस मौसम में महिलाओं को गठिया का दर्द भी बढ़ सकता है। इसलिए रोजना एक्सरसाइज करें।
डिप्रेशन
इस मौसम का असर काफी हद तक मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। इसमें महिलाओं के सोने और जागने का चक्र काफी हद तक बिगड़ जाता है, जिससे शरीर में हार्मोन्स का असंतुलन होता है। ये महिलाओं में डिप्रेशन की वजह बनता है। इससे बचना है तो तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें।
निमोनिया
ये बीमारी होने पर महिलाओं में कफ, फीवर जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इसके अलावा सर्दियों में महिलाओं में हृदय रोग और फेफड़ों का रोग भी हो सकता है।
इंफेक्शन
इस मौसम में कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो इंफेक्शन का कार बन सकते हैं। महिलाओं को प्राइवेट पार्ट और ईयर इंफेक्शन जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।
नोट- इन सारी बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है इम्यूनिटी को स्ट्रांग करना। हेल्दी डाइट लें, ताकि शरीर बीमारियों में लड़ पाए।