कोरोना के केस तो लगातार बढ़ते जा रहे हैं जो सरकार और आम लोगों के लिए चिंता का विषय है। वहीं बात करें अगर इसके लक्षणों की तो समय के साथ-साथ इसके अलग-अलग लक्षण भी सामने आ रहे हैं। डॉक्टरों की मानें तो इस वायरस के लक्षण हैं खांसी, जुकाम होना या स्वाद का चले जाना। इस वायरस से कहीं न कहीं लोगों के मन में डर भी पैदा हो गया है। बहुत सारे ऐसे केस भी सामने आए हैं कि जिनमें हल्के लक्षण होते हैं लेकिन वह घबरा जाते हैं कि वह कहीं कोरोना की चपेट में तो नहीं आ गए लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि किस लक्षण में कोरोना का खतरा ज्यादा होता है।
लोगों में दिखते हैं अलग-अलग लक्षण
लोगों का मानना है कि सभी में कोरोना के लक्षण एक ही दिखते हैं और वो है खांसी होना लेकिन लोगों में कोरोना के अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं। 40 प्रतिशत लोगों में स्वाद और सूंघने की क्षमता खत्म हो जाती है। लेकिन लोग ऐसी स्थिती में भी घबरा जाते हैं उन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना का अधिक खतरा है लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप में ऐसे लक्षण नजर आए तो इसका अर्थ है कि आपको माइल्ड कोविड है। यानि आप दवा लें या न लें लेकिन यह कोरोना अपने आप ठीक हो जाएगा।
डायरिया के लक्षण भी आते हैं नजर
जरूरी नहीं कोविड 19 में आपके शरीर में बुखार, स्वाद और सूंघने की क्षमता ही खत्म हो बल्कि कुछ लोगों को शुरूआत में डायरिया जैसे लक्षण भी नजर आते हैं। डायरिया हमेशा बुखार के पहले आता है। उल्टी आना, घबराहट होना लेकिन ऐसे स्थिति में भी कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है।
बुखार आना टिपीकल कोविड
वहीं अब अगर बात बुखार की करें तो यह एक ऐसा लक्षण है जो बहुत से लोगों में नजर आ रहा है। बुखार 14 दिन तक आता-जाता रहता है कोई इस बुखार से 1-2 दिन में ठीक हो जाता है तो किसी को 14 दिन तक बुखार रहता है लेकिन 103 डिग्री से ज्यादा बुखार महज 2-3 लोगों में नजर आता है। अगर आप में बुखार 100 से कम रहता है या आता-जाता रहता है तो यह टिपीकल कोविड है। ऐसे में अगर आपको बुखार भी है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि यह भी आम लक्षण हैं।
आवाज का बैठना कोविड नहीं
वहीं इस बीच लोग ऐसा भी मान रहे हैं कि गले का खराब होना और आवाज का बैठना भी कोविड है लेकिन आवाज का बैठना या गला खराब होना भी कोविड नहीं है।
जरूरी नहीं खांसी के लक्षण आए नजर
डॉक्टरों की मानें तो लोगों को लगता है कि खांसी आना कोविड का सबसे बड़ा और खतरनाक लक्षण है लेकिन ऐसा नहीं है। अगर किसी को सिर दर्द हो रहा, जोड़ों में दर्द है या फिर उसे लूस मोशन लगे हैं तो यह भी कोरोना हो सकता है।
ऑक्सीजन की कमी से मर रहे लोग
वहीं डॉक्टरों का इस पर यह कहना भी है कि बहुत से लोग इस वायरस से इस वजह से जान गवा रहे हैं क्योंकि उनमें ऑक्सीजन की कमी हो रही है। इसलिए डॉक्टर घर पर spo2 monitor रखने की सलाह दे रहे हैं। इसे पल्स ऑक्सीमीटर भी कहते हैं जो इंफ्रारेड रोशनी का इस्तेमाल कर आपके खून में मौजूद ऑक्सीजन की मात्रा को नापता है।
तो ऐसे में अगर आपके शरीर में इन में से कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो आपको घबराना नहीं चाहिए क्योंकि बहुत से कोविड मरीज ऐसे हैं जो खुद ही इस वायरस से ठीक हो रहे हैं।