सर्दी में कमरे को गर्म करने के लिए बहुत से लोग हीटर का इस्तेमाल करते हैं। इलेक्ट्रिक रूम हीटर कमरे को गर्म करने और आपको आरामदायक महसूस कराने में मदद तो करते हैं लेकिन इसके साइड इफेक्ट भी होते हैं जो कई बीमारियों का कारण बनते हैं। दरअसल, इलेक्ट्रिक हीटर घर के अंदर हवा को गर्म करते हैं लेकिन यह हवा की नमी को कम करते हुए इसे शुष्क बनाते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ टिप्स देंगे जिससे आप इन परेशानियों से बच सकते हैं।
हीटर से हो सकते हैं नुकसान
. एक्सपर्ट की मानें तो इससे सेहत को काफी नुकसान हो सकता है। दरअसल, इससे निकलने वाली हवा शुष्क होती है जिससे सांस के मरीजों को गंभीर समस्या हो सकती है।
. अधिक हीटर का यूज आंखों में संक्रमण, अस्थमा या सांस से जुड़ी, फेफड़ों में ड्राईनेस, कफ, स्किन में रूखापन, खुजली, रेड पैचेज पड़ जाना, झुर्रियों का कारण भी बन सकता है।
. शुष्क हवा में ब्रोंकाइटिस, साइनसिसिस जैसे श्वसन संबंधी विकार होते हैं और सूखी झिल्लियों के कारण नाक से खून भी आ सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
आंखों का रखें ध्यान
हैलोजन हीटर, कन्वेंशन हीटर, ब्लोअर की शुष्क हवा आंखों की नमी सोख लेती है। इससे आंखों में खुजली, ड्राईनेस, जलन, लालपन, कंजक्टिवाइटिस, इरिटेशन हो सकती है। इससे बचने के लिए हीटर को सही तापमान पर सेट करें।
वेंटिलेशन हो
जिस कमरे में हीटर या ब्लोअर लगा हो वहां वेंटिलेशन का भी ध्यान रखें। साथ ही रात के समय हीटर चलाकर न सोएं।
मॉइश्चराइजर लगाएं
ज्यादा देर हीटर में रहने की वजह से त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है इसलिए समय-समय पर मॉइश्चराइजर लगाते रहें।
सही हीटर खरीदें
वैसे तो हीटर के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए लेकिन आप इसे खरीद रहे हैं तो ऑयल हीटर लें। यह हवा को बराबर तापमान से गर्म करता है और नमी भी बनाए रखता है।
साइनस या सांस की समस्या
साइनस या सांस की समस्या हो तो हीटर का यूज ना करें। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। इसकी बजाए घर में ह्यूमिडिफायर लगाएं। इससे कमरे में नमी बनी रहती है।
नमी के लिए करें ये काम
हीटर चलाने के बाद उसके पास एक बर्तन में पानी भरकर रख दें। इससे हवा में नमी रहेगा और ड्राइनेस कम होगा।
नमी के स्तर को बनाए रखने के टिप्स
. ह्यूमिडिफायर या वेपोराइजर का इस्तेमाल करें जो आपके घर के अंदर नमी को बढ़ाता है।
. नाक मार्ग, वायुमार्ग और गले को नम रखने के लिए सूप या चाय जैसे गर्म तरल पदार्थ पीते रहें।