
नारी डेस्क: लखनऊ में उस समय खुशी की लहर दौड़ गई जब भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन अंतरिक्ष यान से सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आया। ऐतिहासिक एक्सिओम-4 (एक्स-4) मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर उनका 18 दिनों का प्रवास कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट पर सफल लैंडिंग के साथ संपन्न हुआ। जैसे ही 'ग्रेस' नामक कैप्सूल नीचे उतरा, लखनऊ में शुक्ला के परिवार ने आंखों में आंसू लिए तालियां बजाईं और गर्व से भारतीय ध्वज लहराया।
यह क्षण गर्व, आनंद और श्रद्धा से भरा था, और प्रार्थनाए उत्सव में बदल गईं। उनके माता ने चेहरे पर खुशी और आंखों में मुस्कान के साथ कहा- "मेरा बेटा सकुशल लौट आया है। मैं ईश्वर और आप सभी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने इस घटना को कवर किया। मैं भावुक हो गई। आखिरकार, मेरा बेटा कई दिनों के बाद लौटा है,"। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्ला का पृथ्वी पर गर्मजोशी से स्वागत किया और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से उनकी वापसी को देश के लिए एक गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बताया।
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और वाणिज्यिक ‘एक्सिओम-4 मिशन' के उनके तीन अन्य साथी मंगलवार को पृथ्वी पर लौट आए। शुभांशु के गृहनगर लखनऊ में इस उपलब्धि पर देशभक्ति के नारे गूंज उठे और लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दी। उनके पूर्व विद्यालय सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के कानपुर रोड परिसर में भी लोगों ने जश्न मनाया। शुभांशु के परिवार के सदस्यों के साथ-साथ छात्रों, शिक्षकों और गणमान्य व्यक्तियों ने भारतीय झंडे लहराकर कैप्सूल के प्रशांत महासागर में उतरने का स्वागत किया। शंभू शुक्ला ने कहा, ‘‘वह अंतरिक्ष में गया और वापस आया है और हम बहुत खुश हैं क्योंकि इस मिशन का देश के गगनयान कार्यक्रम के लिए अपना महत्व है।'' शुभांशु के परिवार तथा सीएमएस प्रबंधन ने केक काटकर खुशियां बांटीं और जैसे ही अंतरिक्ष यान समुद्र में उतरा तो स्वागत में जयकारे लगे और वहां मौजूद खड़े होकर तालियां बजाने लगे।