नारी डेस्क: कल मुंबई एक बड़े हादसे का गवाह बना। मुंबई तट के पास नौसेना स्पीड बोट के एक नौका से टकराने के बाद कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई जबकि 99 अन्य को बचा लिया गया। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक स्पीड बोट काल बनकर आई और उसकी एक टक्कर से बोट में सवार 114 लोग समंदर में समा गए।
मुंबई नौका हादसे में जीवित बचे एक शख्स ले बताया कि '' नौका पर बच्चों सहित 100 से अधिक यात्री सवार थे। जब मैं अरब सागर और मुंबई के आसमान को निहार रहा था, तब नौका तट से लगभग आठ से 10 किमी दूर थी, मैंने देखा कि स्पीड बोट जैसा जहाज हमारी नौका के पास पूरी गति से चक्कर लगा रहा था। दुर्घटना में नाव में सवार एक नौसेना कर्मी की पैर कटने से मौत हो गई। उन्होंने बताया, ‘‘जैसे ही नाव हमारी नौका से टकराई, समुद्र का पानी हमारे जहाज में आने लगा, जिसके बाद नाव के कप्तान ने यात्रियों से कहा कि वे लाइफ जैकेट पहनें, क्योंकि नाव पलटने वाली थी।''
हादसे में जीवित बचे शख्स ने बताया- ‘मैंने लाइफ जैकेट ली, ऊपर गया और समुद्र में कूद गया।'' उन्होंने बताया कि वह 15 मिनट तक तैरते रहे, तभी उन्हें पास में ही मौजूद एक अन्य नाव ने बचा लिया और अन्य लोगों के साथ गेटवे ऑफ इंडिया ले आई। नौसेना, तटरक्षक और समुद्री पुलिस की बचाव टीम टक्कर के आधे घंटे के भीतर नौका के पास पहुंच गई थीं।
सामने आए वीडियो में भी देखा गया कि एक स्पीड बोट थोड़ी दूर पर चक्कर लगाते दिखती है। अचानक उस स्पीड बोट का रुख इस फेरी की तरफ हो जाता है और बड़ी तेज रफ्तार से सीधे फेरी की ओर बढ़ते हुए आखिरकार उससे टकरा जाती है। एक चश्मदीद ने बताया कि टक्कर इतनी तेज थी कि जोरदार थी कि स्पीडबोट का एक यात्री हवा में उछलकर उनकी फेरी के डेक पर आकर गिरा।
इस हादसे में घायल लोगों ने बताया कि हादसे के बाद कोई आपातकालीन तैयारी नहीं थी। फेरी के कर्मचारियों ने कोई निर्देश नहीं दिए और न ही कोई घोषणा की। यात्रियों को खुद ही अपनी सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट ढूंढने पड़े। यात्री करीब आधे घंटे तक समुद्र में रहे, फिर इसके बाद मदद आ गई।