कांग्रेस की युवा नेता और पूर्व सांसद प्रिया दत्त के पिता और भाई फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने स्टार रहे हैं लेकिन उन्होंने राजनीति में अपना करियर बनाया। प्रिया दत्त बॉलीवुड स्टार सुनील दत्त और नरगिस की बेटी है। संजय दत्त प्रिया के भाई व नम्रता दत्त उनकी बहन है। नम्रता दत्त भी फिल्मों से दूर है।
फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद राजनीतिक में बनाया करियर
साल 1966 को मुंबई में जन्मी प्रिया दत्त बचपन से काफी अलग थी। वह पिता सुनील दत्त के काफी करीब थी इसलिए उन्होंने पिता की तरह राजनीति को अपना करियर चुना। उन्होंने मुंबई के सोफिया कॉलेज से ग्रैजुएशन किया हैप्रिया को शुरू से ही एक्टिंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी इसीलिए उन्होंने खुद को सिनेमा से दूर रखा।
पिता सुनील दत्त की मौत के बाद प्रिया राजनीति में आईं। पहली बार वह 2005 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर उत्तरी-पश्चिमी मुंबई लोकसभा क्षेत्र से 14वीं लोकसभा के लिए चुनी गईं। 2009 में लगातार दूसरी बार सांसद बनीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी की पूनम महाजन ने हरा दिया।। भले ही प्रिया को राजनीति अपने पिता से विरासत में मिली हो लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा से अपनी अलग पहचान बनाई। प्रिया दत्त सोशल वर्कर और कैंसर पेशेंट्स के लिए लगातार चैरिटी करती हैं। प्रिया ने महिलाओं के हक के लिए समय-समय पर आवाज उठाई। प्रिया अपनी बहन नम्रता दत्त के साथ मिलकर 'मिस्टर एंड मिसेज दत्त: Memories of our Parents' नाम से एक किताब भी लिख चुकी हैं।
संजय की वजह से उड़ा प्रिया का मजाक
अब बात करते हैं प्रिया दत्त की पर्सनल लाइफ की। प्रिया दत्त ने साल 2003 को ओवेन रोनकॉन से शादी की। प्रिया और ओवेन के दो बच्चे हैं। ओवेन इंटरटेनमेंट बिजनेस से जुड़े हुए हैं। प्रिया दत्त भाई संजय दत्त के बेहद करीब है। हर मुश्किल घड़ी में प्रिया संजय के साथ खड़ी गई। संजय दत्त जब जेल में थे तो प्रिया ने अपने परिवार के साथ-साथ संजय के परिवार का भी पूरा ध्यान रखा। भाई संजय की वजह से प्रिया को कई बार शर्मिंदा होना पड़ता था। दरअसल, संजय दत्त बुरी आदतों का शिकार हो गए थे। एक वक्त था जब संजय अपनी आदतों की वजह से काफी बदनाम हो गए थे। संजय की वजह से कॉलेज में प्रिया का मजाक उड़ाया जाता था। भाई की वजह से लोग प्रिया को कई नामों से बुलाते थे।
संजय की शादी से खुश नहीं थी बहनें
वही संजय दत्त की दोनों बहने प्रिया और नम्रता उनकी शादी के भी खिलाफ थी। खबरों की मानें तो प्रिया और नम्रता मान्यता को दत्त खानदान की बहू नहीं बनाना चाहती थी। संजय दत्त की शादी में भी दोनों मौजूद नहीं थी। एक इंटरव्यू में मान्यता ने संजय की बहनों के साथ अपने रिश्ते को लेकर कहा था "मैंने अपनी तरफ से दोनों संग रिश्ते को सुधारने की बहुत कोशिश की, लेकिन मैं अकेले कितना कर सकती हूं? मैं भी इंसान हूं."
कहा जाता था कि मान्यता की वजह से संजय अपनी बहनों से दूर हुए। इस पर मान्यता ने कहा था, "मैं उनमें से नहीं हूं जो पब्लिक में किसी के बारे में भला-बुरा बोले. मेरी परवरिश ऐसे नहीं हुई है."
वही संजय ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कोई भी बहन अपने भाई की पत्नी को पसंद नहीं करती है। साल 2010 में जब मान्यता ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया तो संजय दत्त की बहनों का दिल पिघला और उनके और मान्यता के बीच हालात ठीक होने लगे। बता दें कि संजय दत्त कैंसर से जूझ रहे हैं। इस वक्त में उनकी बहनों उनके साथ है।