इन दिनों मां दुर्गा के शारदीय नवरात्रि चल रहे हैं। भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए नौ दिनों का उपवास करते हैं। व्रत के दौरान सिर्फ फलाहार का सेवन ही करते हैं। फलाहार खाने में आप साबूदाने की खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं। फाइबर से भरपूर साबूदाने की खिचड़ी बहुत ही स्वाद होती है। इससे आपकी भूख भी मिट जाएगी और यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होती है। तो चलिए जानते हैं इसे बनाने की विधि के बारे में...
सामग्री
साबूदाना - 1 कप
मूंगफली दाना - 2 कटोरी
आलू - 2
जीरा - 2 चम्मच
हरा धनिया - 1 कप
नींबू - 2
करी पत्ता - 9-10
घी - 2 चम्मच
सेंधा नमक - स्वादअनुसार
हरी मिर्च - 3-4
बनाने की विधि
1. सबसे पहले आप साबूदाना धो लें। इसके बाद इसे 2-3 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें।
2. जब साबूदाना नर्म तरीके से फूल जाए तो एक कढ़ाई में मूंगफली के दाने डालकर इसे ड्राई रोस्ट कर लें।
3. रोस्ट करने के बाद मूंगफली के दानों को मसलकर उसके छिलके हटा लें।
4. छिलके निकालकर मुंगफली के दानों को दरदरा कूट लें।
5. एक कढ़ाई में तेल डालकर गर्म करें। जैसे तेल गर्म हो जाए तो उसमें जीरा चटकाएं।
6. जीरा चटकाने के बाद इसमें करी पत्ता, हरी मिर्च डालकर भूनें।
7. जैसे मसालों में खूशबु आने लगे तो इसमें आलू काटकर डाल दें।
8. आलू को 3-4 मिनट के लिए भून लें। इसके बाद जब आलू नरम हो जाए तो भिगे हुए साबुदाने को मिश्रण में डालें।
9. सारे मिश्रण को 5-6 मिनट के लिए भूनें। इस बात का ध्यान रखें कि साबूदाने के बीच-बीच में हिलाते रहें ताकि वह कढ़ाई के साथ न चिपके।
10. इसके बाद मिश्रण में दरदरी पीसी हुई मूंगफली की दानें, हरा धनिया, सेंधा नमक मिलाएं।
11. इन सारी सब्जियों को अच्छे से मिला लें। इसमें नींबू का रस निचौड़े और फिर 3-4 मिनट के लिए पकने दें।
12. तय समय के बाद गैस बंद कर दें। आपकी साबूदाना खिचड़ी बनकर तैयार है। धनिया पत्ती के साथ गर्निश करके दही के साथ सर्व करें।