तीसरे दिन भी रूस और यूक्रेन के बीच घमासान युद्ध जारी है। चारों ओर रूसी तोपों व गोलाबारी की धमक सुनाई पड़ रही हैं। अब तो रूस और यूक्रेन की लड़ाई सड़कों पर उतर आईं है। हालात इतने नाजुक हो गए हैं कि स्थानीय अधिकारियों द्वारा लोगों को छिपने की हिदायत दी जा रही है। बता दें कि रूसी सैनिकों ने शनिवार की सुबह यूक्रेन की राजधानी कीव में एंट्री की, जिसके बाद से ही सड़कों पर ही घमासान लड़ाई हो रही है।
खबरों के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelensk) को अमेरिका की तरफ से राजधानी से निकलने के लिए मदद दी गई थी लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया और कहा कि वो राजधानी में ही रुकेंगे क्योंकि यहां जंग जारी है। एक अधिकारी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा, ''उन्हें युद्ध के लिए तोप-रोधी गोला-बारूद चाहिए, भागने की सलाह या सवारी नहीं।''
रूस के हमलों से अपार्टमेंट, स्कूल, पूल और कई इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस लड़ाई में सैनिकों के अलावा कई स्थानिय लोग घायल भी हुए हैं। लड़ाई शुरू होने के बाद से ही कई मांंओं ने अपने बच्चों सहित राजधानी को छोड़ दिया। वहीं, बहुत से लोग बंकर, शेल्डर या मेट्रो स्टेशन में पनाह लिए हुए हैं।
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने बताया कि उनकी सेना रूसी सैनिकों का सामना कर रही हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन ने रूस के कई विमान भी मार गिराए हैं। कीव पर कब्ज करने के इरादे से रूस के छोटे-छोटे समूह ने घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसके बाद यूक्रेनी सैनिकों के साथ उनकी मुठभेड़ हुई। यूक्रेनी सैनिकों ने रूसियों के इरादे को नाकाम कर दिया।
हालांकि शहर में विस्फोटों और बंदूकों चल रही हैं। ऐसे में अधिकारी लोगों से किसी सुरक्षित स्थान में पनाह लेने की अपील कर रहे हैं। लोगों को खिड़कियों से दूर करने को कहा जा रहा है। साथ ही उन्हें उड़ते हुए मलबों व गोलियों से सावधान रहने को भी कहा गया है।
अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन को अपने अधीन करने के इरादे में कृतसंकल्प हैं। रूसी हमलों को रोकने के लिए नए अंतरराष्ट्रीय प्रयास शुरू किए जा रहे हैं। हालांकि युद्ध में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि कितना हिस्सा यूक्रेन और कितना रूस के कब्जे में है।