मथुरा नगरी नए साल के स्वागत के लिए तैयार है ।वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध श्री बांके बिहारी मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि नए साल की शुरुआत से पहले करीब 25 लाख भक्त बांके बिहारी के दर्शन कर सकते हैं, ऐसे में प्रशासन ने भी कमर कस ली है।
मंदिर में किए गए विशेष इंतजाम
खबरों की मानें तो मथुरा स्वास्थ्य विभाग ने 25 दिसंबर से लेकर नए साल पर आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए बांके बिहारी मंदिर परिसर में विशेष इंतजाम किए हैं। मंदिर प्रबंधन ने भी कोविड को लेकर फिर पैदा हुए हालाताें को समझते हुए नई गाइड लाइन जारी की है, जिसके तहत बुजुर्ग, बीमार और बच्चों को भीड़ से बचने की सलाह दी गई है।
क्या है मंदिर की गाइडलाइन
-भक्त दर्शन करने के लिए आते समय वन वे के जरिए ही आएंगे।
-मंदिर में प्रवेश 2 और 3 नंबर गेट से रहेगा।
-बाहर जाने के लिए 1 और 4 नंबर गेट का इस्तेमाल करेंगे।
-श्रद्धालु किसी तरह का कीमती सामान लेकर या फिर जूते चप्पल पहनकर मंदिर की ओर न आएं।
-भीड़ के दौरान मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु अपने साथ बुजुर्ग, बीमार और बच्चों को लाने से बचे।
-भक्त दर्शन करने के बाद चलते रहे। साथ ही वह सेल्फी और फोटो न लें।
पिछले साल मंदिर में हुआ था हादसा
याद हो कि पिछले साल के जश्न के दाैरान बांके बिहारी मंदिर में अधिक भीड़ के चलते हादसा हो गया था। मंगला आरती के समय भीड़ के दबाव के कारण दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि सात घायल श्रद्धालु घायल हो गए थे। हालांकि हादसे के चंद घंटों बाद ही मंदिर में फिर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। अब मंदिर प्रशासन इस तरह की घटना दोहराना नहीं चाहता है।
प्रशासन अलर्ट
कहा जा रहा है कि कोई चूक ना करते हुए इस बार प्रशासन और पुलिस बांके बिहारी मंदिर तक श्रद्धालुओं को लाइन लगवाकर भेजेंगे। वहीं इसके लिए 3 लाइन की बैरिकेडिंग कराई जा रही है। जो हरी निकुंज चौराहा से विद्यापीठ तक होगी। बांके बिहारी पाठशाला से विद्यापीठ चौराहा और परिक्रमा मार्ग में भी बैरिकेडिंग की जा रही है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं से कोरोना नियमों का भी पालन कराया जाएगा।