नारी डेस्क: आईआईटियन बाबा, उर्फ अभय सिंह, महाकुंभ समाप्त होने के बाद भी लगातार मीडिया और लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में, उन्होंने एक न्यूज चैनल के शो में हंगामा किया था, जिसमें उन्होंने एक संत पर गर्म चाय तक उछाल दी थी। इस घटना के बाद, उनका नाम और भी चर्चा में आ गया है। इस पूरे मामले को लेकर प्रेमानंद महाराज ने पहले ही आईआईटियन बाबा का पर्दाफाश किया था।
प्रेमानंद महाराज का बयान वायरल
हाल ही में सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने आईआईटियन बाबा जैसे लोगों पर अपनी राय दी। इस वीडियो में, प्रेमानंद महाराज ने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे लोग जो बाबा की वेशभूषा पहनकर खुद को धार्मिक प्रचारक घोषित कर देते हैं, असल में पाखंडी होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग सिर्फ अपनी ख्याति बढ़ाने और अपनी आदतों जैसे नशा करने के लिए ऐसा करते हैं।
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि कोई भी व्यक्ति दाढ़ी बढ़ाकर और साधु की तरह कपड़े पहनकर खुद को बाबा नहीं बना सकता। असली साधु वही होता है जो माया (पैसा और भोग-विलास) पर विजय प्राप्त करता है। उनके अनुसार, असली साधु के लिए धन और काम पर काबू पाना ही सच्चा धर्म होता है।
बाबाओं के साथ पाखंड पर खुलकर बोले प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि उनके दरबार में कभी महंगा प्रसाद नहीं बांटा जाता क्योंकि वे किसी से पैसा नहीं लेते। उनका मानना है कि असली धर्म का प्रचार करने वाले बाबा कभी भी पैसे के लिए धार्मिक कृत्य नहीं करते। इस बयान को लेकर अब इंटरनेट पर लोग आईआईटियन बाबा से जुड़ी घटनाओं को तूल दे रहे हैं और इसे बाबा के असली चेहरे का खुलासा मान रहे हैं।
आईआईटियन बाबा की गिरफ्तारी
आईआईटियन बाबा उर्फ अभय सिंह हाल ही में तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने खुद को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। खबर के मुताबिक, अभय सिंह के पास से गांजा और अन्य नशीली चीजें भी बरामद की गई थीं। अब पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। हालांकि, उन्हें जमानत मिल गई है, और फिलहाल वे जेल से बाहर हैं।

यूजर्स के रिएक्शन
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे प्रेमानंद महाराज के वीडियो को लेकर इंटरनेट यूजर्स अपनी रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "ये बातें सिर्फ आईआईटियन बाबा के लिए नहीं हैं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए हैं जो धर्म के नाम पर अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए दुकान खोलते हैं। ड्रामेबाज कभी नहीं बच सकते।" वहीं, एक और यूजर ने टिप्पणी की, "इस हिसाब से तो पर्ची वाले भी फर्जी हैं।"

आईआईटियन बाबा जनवरी में शुरू हुए महाकुंभ में चर्चा में आए थे। उनके बारे में कई तरह की बातें सामने आ रही थीं, और उनका यह बयान और गिरफ्तारियां उनके पाखंड की पुष्टि कर रही हैं। ऐसे में अब लोगों का ध्यान इस पर भी जा रहा है कि क्या वास्तव में वे एक सच्चे साधु हैं, या फिर केवल एक ढोंगी हैं जो अपनी छवि बनाने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।