देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम से देश के लोगों को संबोधित करते हैं। इस कोरोना के समय में भी वह मन की बात प्रोग्राम के द्वारा राष्ट्र को संबोधन करते रहे। आज रविवार को भी पीएम मोदी ने लोगों से मन की बात की। तो चलिए आपको बतातें हैं कि इस मन की बात में मोदी जी ने किन किन मुद्दों पर बात की।
लोगों की अनुशासनता की तारीफ की
पीएम मोदी ने मन की बात प्रोग्राम में लोगों की अनुशासनता की सहारना की, इस सहारना का कारण था कि लोगों ने इस कोरोना काल में पूरे नियम और सादगी के साथ त्योहार मनाए हैं ।
लोकल खिलौनों पर भी की बात
अपने देश के प्रॉडटक्स को प्रोमोट करने वाले मोदी ने इस बार फिर मन की बात में लोकल की बात की। इस बार उन्होंने लोकल खिलौनों को लेकर बात की और लोगों से यह अपील भी की कि वह लोकल खिलौने खरीदने पर ध्यान दें। इसी के साथ पीएम मोदी ने देसी ऐप्स के बारे में भी बातचीत की और लोगों को कुछ इनोवेट करने के लिए कहा। इसके आगे पीएम मोदी ने कहा हमने इस बात पर मंथन किया कि भारत के बच्चों को नए-नए खिलौने कैसे मिलें, भारत, खिलौनो का बहुत बड़ा हब कैसे बने। पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ सुन रहे बच्चों के माता-पिता से क्षमा मांगता हूं क्योंकि हो सकता है, उन्हें अब, ये ‘मन की बात’ सुनने के बाद खिलौनों की नई-नई demand सुनने का शायद एक नया काम सामने आ जाएगा।
छोटे स्टार्टअप्स पर की चर्चा
वहीं पीएम मोदी ने मन की बात में लोगों से कहा कि वह छोटे छोटे स्टार्टअप शुरू करें और कहा कि अगर लोग छोटे छोटे स्टार्टअप शुरू करेंगे तभी आगे जाकर यह बड़ी बड़ी कंपनियों में बदलेगी और फिर यही कपनीयां बाद में जाकर भारत की पहचान को और बढ़ावा देंगी।
शिक्षा दिवस का किया जिक्र
पीएम मोदी ने अपने प्रोग्राम मन की बात में शिक्षा दिवस का भी जिक्र किया और कहा कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाएंगे। समय के साथ शिक्षकों के सामने भी चुनौती है। शिक्षकों ने चुनौती को स्वीकार किया है और शिक्षक और छात्र मिलकर नया कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति के जरिये वह इसमें अहम भूमिका निभाएंगे।
किसानों पर भी की चर्चा
इसके साथ पीएम मोदी ने मन की बात में किसानों के उपर भी चर्चा की और उन्होंने कहा कि ऋगवेद में मंत्र है- अन्नानां पतये नमः, क्षेत्राणाम पतये नमः अर्थात अन्नदाता को नमन है। किसान को नमन है। किसानों ने कोरोना जैसे कठिन समय में अपनी ताकत को साबित किया है। हमारे देश में इस बार खरीफ की फसल की बुआई पिछले साल के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा हुई है।
इन मुद्दोें पर भी हुई बात
इसके साथ ही मन की बात प्रोग्राम में बिहार की बात हुई और पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के पश्चिमी चंपारण में, सदियों से थारु आदिवासी समाज के लोग 60 घंटे के लॉकडाउन या उनके ही शब्दों में कहें तो ’60 घंटे के बरना’ का पालन करते हैं। बरना की शुरुआत में भव्य तरीके से हमारे आदिवासी भाई-बहन पूजा-पाठ करते हैं और उसकी समाप्ति पर आदिवासी परम्परा के गीत, संगीत, नृत्य जमकर के उसके कार्यक्रम भी होते हैं। वहीं पीएम मोदी ने कहा इन दिनों ओणम का पर्व भी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। ये पर्व चिंगम महीने में आता है। इस दौरान लोग कुछ नया खरीदते हैं, अपने घरों को सजाते हैं, पूक्क्लम बनाते हैं, ओनम-सादिया का आनंद लेते हैं, तरह-तरह के खेल और प्रतियोगिताएं भी होती हैं।