कोरोना वायरस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा हो गया। मगर लॉकडाउन की वजह से कार्यक्रमों पर पाबंदी है, इसलिए खास मौके पर पीएम मोदी ने देश की जनता के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि यदि सामान्य स्थिति होती तो मुझे आपके बीच आकर आपके दर्शन का सौभाग्य मिलता। उन्होंने इस पत्र को लिखते हुए लिखा कि कोरोना की वजह से जो परिस्थितियां बनी हैं उनमें, इस पत्र के द्वारा आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। बता दें कि मोदी ने देश की जनता के नाम पत्र लिखकर चुनौतियों और सफलताओं पर बात की है, चलिए जानते हैं पत्र में लिखी खास बातों के बारे में....
- एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा जिसमें दशकों बाद देश में पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मोदी जी ने लिखा इस अध्याय को रचने में देश की जनता की बड़ी भूमिका रही। इसलिए आज का दिन उनके लिए अवसर है सबको नमन करने का...
- 2014 में जनता ने देश में एक बड़े परिवर्तन के लिए वोट किया था, देश की नीति और रीति बदलने के लिए वोट किया था। इन 5 वर्षों में देश व्यवस्थाओं को जोड़ता और भ्रष्टाचार के दलदल से बाहर निकलता दिखा है।
- 2019 में लिए गए फैसले बड़े सपनों की उड़ान भरने वाला रहा। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' इस मंत्र को लेकर आज देश सामाजिक हो या आर्थिक, वैश्विक हो या आंतरिक, हर दिशा में आगे बढ़ रहा है।
- वहीं इसी साल कुछ खास निर्णय चर्चा में रहे और इसलिए अनुच्छेद 370, राम मंदिर निर्माण, तीन तलाक हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून, इन पलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है।
- इन एतिहासित निर्णयों के बीच ऐसे फैसले और बदलाव भी हैं जिन्होंने देश के विकास की यात्रा को नई गति और लक्ष्य दिए।
-यह भी देश के इतिहास में पहली बार हुआ जब किसान, खेत मजदूर, छोटे दुकानदार और असंग असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 60 साल की आयु के बाद 3 हजार की नियमित मासिक पेंशन की सुविधा मिली।
- इतना ही नहीं सामान्य के जन के हित में जैसे कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, चिटफंड कानून में संशोधन, दिव्यांगों, महिलाओं और बच्चों को अधिक सुरक्षा अन्य आदि को लेकर कानून बनें। काम भी इतनी तेजी से हुआ जिसने रिकॉर्ड तोड़ दिया।
- मोदी जी ने लिखा, हम तेज गति से आगे बढ़ रहे थे लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी ने भारत को घेर लिया। उन्होंने कहा कि लोगों को आंशका थी कि जब कोरोना भारत पर हमला करेगा तो दुनिया के लिए संकट बन जाएगा। मगर आपने भारत को देखने को नजरिया बदलकर रख दिया। ताली-थाली या दीया जलाने से लेकर सेनाओं द्वारा कोरोना वॉरियर्स का सम्मान, हर मौके पर भारतियों ने दिखाया कि भारत श्रेष्ठ भारत की गारंटी है।
- इतने बड़े संकत में कोई नहीं कह सकता है कि इस दौरान किसी को कोई तकलीफ या असुविधा हुई हो। प्रवासी मजदूर हो या श्रमिक, सभी की परेशानियों को दूर करने की कोशिश की जा रही हैं।
- पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आए अम्फान चक्रवात के दौरान जिस हौसले के साथ वहां के लोगों ने परिस्थितियों का सामना किया, चक्रवात से होने वाले नुकसान को कम किया, बड़ी प्रेरणा है।
- मोदी जी ने अर्थव्यवस्था को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि आज भारत समेत तमाम देशों की अर्थव्यवस्थाएं कैसे सुधरेगी, इसपर चर्चा हो रही है लेकिन विश्वास भी है कि जैसे भारत ने एकजुटता दिखाकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी रकी, वैसे ही आर्थिक क्षेत्र में भी नई मिसाल कायम करेंगे। 130 करोड़ भारतीय आर्थिक क्षेत्र में विश्व को प्रेरित करेंगे।
- आज हमें अपने पैरों पर खड़े होना होगा, इसके लिए एक ही मार्ग है आत्मनिर्भर भारत। आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए दिया गया 20 लाख करोड़ का पैकेज इसी दिशा में उठाया गया कदम है। अब भारत आयात में अपनी निर्भरता कम करेगा और आत्मनिर्भर बनेगा