हिंदू धर्म में फाल्गुन अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि- विधान से पूजा की जाती है। फाल्गुनी अमावस्या के दिन कुछ उपाय करके नाराज पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है। इस बार ये रविवार 10 मार्च को है। आइए आपको बताते हैं इस दिन स्नान- दान का मुहूर्त और खास उपाय....
फाल्गुन अमावस्या मुहूर्त
फाल्गुन, कृष्ण अमावस्या प्रारम्भ- 06:17 PM (09 मार्च)
फाल्गुन, कृष्ण अमावस्या समाप्त - 02: 29 PM (10 मार्च)
स्नान- दान मुहूर्त सुबह 05: 20 से लेकर 06: 21 तक
पितृ दोष और कार्ल सर्ष दोष से बचाने के लिए करें ये उपाय
- फाल्गुन मास की अमावस्या तिथि में पुण्य फल की प्राप्ति के लिए किसी पवित्र नदी में स्नान करें और ध्यान लगाएं। अगर आप तीर्थ जगह पर जाकर स्नान नहीं कर सकते हैं, तो किसी स्नान के पानी में गंगा जल मिलाकर नहाएं। इससे सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित है। इसलिए इस दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए विधि- विधान के साथ पिंडदान, तर्पण और दान करें।
- अगर किसी के कुंडली में कालसर्प दोष है और उससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो अमावस्या तिथि के दिन स्नान- ध्यान करके चांदी के बने नाग- नागिन को सफेद फूल अर्पित करें और इसे बहते हुए पानी में प्रवाहित करें। इससे कालसर्प दोष से छुटकारा मिल सकता है।
- अमावस्या के दिन जरूरतमंदों को दान करें और चीटियों को आटा जरूर खिलाएं।
फाल्गुन अमावस्या का महत्व
फाल्गुन अमावस्या के दिन लोग श्रद्धा और भक्ति से देश की पवित्र नदियों में डुबकी लगाने पहुंचते हैं। इस दिन पितरों के तर्पण और दान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि फाल्गुन अमावस्या को स्नान-दान से मोक्ष की प्राप्ति होती है और सांसारिक कष्टों से छुटकारा मिल जाती है।