नारी डेस्कः कैंसर एक ऐसी नामुराद बीमारी है जिसकी चपेट में सिर्फ आम लोग ही नहीं बल्कि कई सेलिब्रिटीज भी है। इस बीमारी का कही ना कही कनैक्शन, लाइफस्टाइल से जोड़ कर देखा जाता है। रिटायर क्रिकेटर, टीवी पर्सनैलिटी और भारतीय राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sindhu) की पत्नी नवजोत कौर (Navjot Kaur) भी पिछले काफी समय से कैंसर (Cancer) का इलाज करवा रही थी। हाल ही में दिए इंटरव्यू में नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी नवजोत के चौथी स्टेज के कैंसर को मात देने के बारे में बताया और कैंसर से जुड़ी वो बातें शेयर की जो सच में हर किसी के लिए जानना बहुत जरूरी है।
नवजोर कौर ने दी चौथी स्टेज के कैंसर को मात| Navjot Kaur Ne 4th Stage Cancer Ko Haraya
पिछले काफी समय से उनकी पत्नी नवजोत कैंसर की लड़ाई लड़ रही थी और इस दौरान उन्हें खाने के लिए क्या दिया गया, इसके बारे में नवजोत सिंह सिद्धू प्रैस कॉन्फ्रैंस के जरिए बात करते नजर आए। नवजोत सिंह ने अपनी इस प्रैस कांफ्रैंस करने का कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि अक्सर उनके चाहने वाले फैंस उनसे नवजोत कौर का हाल पूछते थे और दुआएं देते थे, वहीं कुछ का कहना था कि उनके पास पैसा है तो वह आराम से इलाज करवा सकते हैं जबकि गरीब के लिए इस महंगी बीमारी का इलाज करवाना असंभव सा है। ऐसे में गरीब, इस बीमारी में कैसे जान बचा सकता है। इसी को देखते हुए नवजोत सिंह ने पूरी प्रैस कांफ्रैंस रखी ताकि वह लोगों को बता सकें कि उन्होंने किचन में पाई जाने वाली सस्ती चीजें ही नवजोत को खाने को दी, जिसमें नीम की पत्तियां, कच्ची हल्दी,लहसुन-अदरक, लौंग-इलायची आदि ही शामिल थे जो कोई भी ले सकता है।
डाइट से आउट कर दी 4-5 चीजें, कैंसर को मात देकर 40 दिन में की वापिसी| Navjot Kaur Cancer Treatment Mein Kya Khati thi
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, 'कैंसर की चपेट में आई नवजोत को लेकर डॉक्टर ने सिर्फ 3-5 प्रतिशत ही बचाव के चांसेज बताए थे लेकिन उन्होंने (नवजोत कौर) 40 दिन में वापिसी की। इस बीमारी को बढ़ावा देने वाली 4-5 चीजों को उनकी डाइट से पूरी तरह हटा दिया गया, जिसमें दूध, कार्बोहाइड्रेस वीट (गेहूं), रिफाइंड शुगर और मैदा था। कैंसर को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने वाली चीज शुगर है। उनकी डाइट से आटा, शुगर, मैदा, दूध, ड्रिंक्स, जितने भी तरह के रिफाइंड ऑयल थे, सब को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
सुबह उठते ही जो चीज उन्होंने फोक्स की थी वो था कि कैंसर को अगर गैप दो तो कैंसर के सेल्स खुद-ब-खुद मरने लगते हैं। वह शाम ढलते खाना बंद कर देती थी और सुबह 10 बजे गुनगुने नींबू पानी से दिन की शुरुआत करती थी। उसके साथ कच्ची हल्दी, लहसुन की कली और सेब का सिरका ही उन्हें दिया जाता था। इसके आधे-पौने घंटे बाद नीम की पत्तियां, तुलसी, पालक के पत्तों का जूस दिया जिसे डॉकटरी भाषा में ग्रीन ब्लड कहते हैं। कैंसर की सबसे दमदार दवाई कड़वे और खट्टे आहार हैं। बस इसी को ध्यान में रखते हुए नवजोत को दिनभर खाना दिया जाता था।
यहा देखिए पूरी वीडियो, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू ने बताई पत्नी नवजोत को कैंसर के दौरान दी जाने वाली पूरी डाइट| Navjot Kaur Health Update
चाय को उनकी रूटीन से हटा दिया गया और चाय की जगह उन्हें दालचीनी, काली मिर्च, लौंग, छोटी इलायची में थोड़ा सा गुड़ डालकर बिना दूध की ही चाय दी जाती थी। इसके बाद उनकी डाइट में नट्स शामिल किए जाते थे। साथ ही सफेद पेठे का जूस और बेरीज खाने को दिए जाते जो लोग बेरीज महंगी होने के चलते नहीं खा पाते, वे अनार और शहतूत खाएं। बेरीज के साथ नवजोत को 4 अखरोट और 2 ब्राजील नट्स और कुछ और तरह के नट्स भी दिए जाते थे। एक गिलास जूस का जिसमें चुकंदर, गाजर और एक आंवला होता था। इसके बाद कुछ नहीं... इसके बाद जैसे ही दिन छिपता उन्हें ना चावल दिए जाते थे ना रोटी, सिर्फ क्निोवा (एक तरह का अनाज) खाने को दिया जाता था। क्निोवा एंटी-कैंसर और एंटी-इंफ्लेमेंटरी अनाज है।'
बता दें कि उन्होंने भारतीय रसोई में ही पाई जाने वाली चीजें जैसे नींबू पानी, इलायची, काली मिर्च, शहतूत , कच्ची हल्दी, दालचीनी, अदरक लौंग लहसुन, नीम , पालक, चुकंदर आदि ऐसी चीजें खाई और सही समय पर ही इनका सेवन किया जिसके चलते उन्होंने ख़तरनाक स्टेज पर भी कैंसर को हरा दिया।