कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे विश्व में 22 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके है वहीं लाखों लोग अभी भी इसी बीमारी से जूझ रहे हैं। वैज्ञानिकों ने बुजुर्गों को ज्यादा सावधान रहने के लिए कहा है क्योंकि कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण उन्हें इस बीमारी का खतरा अधिक है। वहीं हाल ही में एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों का खतरा अधिक है।
महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को अधिक खतरा
जी हां, हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना का खतरा महिलाओं के मुकाबले पुरुषों पर काफी ज्यादा है। दरअसल, कोरोना संक्रमण का शिकार सबसे ज्यादा पुरुष हुए हैं और कोरोना से मरने वालों की संख्या भी महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की ज्यादा है।
वैज्ञानिकों ने इटली, चीन, फ्रांस, जर्मनी, ईरान और साउथ कोरिया के जिन 88 हजार संक्रमितों पर अध्ययन किया उनमें से 2.8% पुरुषों की और 1.7% महिलाओं की मौत हुई है। जबकि 0.2% बच्चों ने इससे दम तोड़ा। रिसर्च के मुताबिक, देश में कुल संक्रमितों में से 60% संख्या पुरुषों की है।
महिलाओं में संक्रमण से लड़ने की क्षमता ज्यादा
कोरोना का असर उन लोगों पर ज्यादा होता है, जिनकी इम्यून सिस्टम कमजोर हो। क्योंकि महिलाओं व बच्चों की अपेक्षा पुरुष ज्यादा सिगरेट, शराब और नशे का सेवन करते हैं इसलिए उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। यही वजह है कि महिलाओं के मुकाबले, पुरुषों में संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम होता है।
महिलाओं को ऑटो-इम्यून डिजीज का अधिक खतरा
आंकड़े के मुताबिक, 52% पुरुष और सिर्फ 12% महिलाएं ही धूम्रपान करती हैं। धूम्रपान सिर्फ इम्यून सिस्टम ही नहीं बल्कि फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है। कोरोना वायरस इंसानों के फोफड़ों पर सीधा असर करता हैं, ऐसे में पुरूष इस वायरस की चपेट में अधिक आते हैं रिसर्च के मुताबिक, महिलाओं को ऑटो-इम्यून डिजीज (प्रतिरक्षा तंत्र के अति सक्रिय होने के कारण होने वाली बीमारियां) होने का ज्यादा खतरा होता है।