जहां एक तरफ कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियां हटने जा रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ भारत में नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। खबरों की मानें तो नया वेरिएंट डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट से मिलकर बना है जो ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। अब तक कई राज्य इसकी चपेट में आ चुके हैं।
568 मामले जांच के दायरे में
वैसे तो इस नए वैरिएंट को लेकर सरकार की तरफ से कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन बताया जा रहा है कि देश में 568 मामले जांच के दायरे में आ चुके हैं। कोविड जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार नए वेरिएंट से भारत में कोविड 19 की चौथी लहर आने की आशंका जताई जा रही है।
फरवरी में हुई थी इस वायरस की पहचान
खबरों के अनुसार फरवरी के मध्य में डेल्टाक्रॉन की पहचान हुई थी जब पेरिस के इंस्टीट्यूट पासटियूर के वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की थी। वैज्ञानिकों के अनुसार सका सीक्वेंस पहले के वेरिएंट के सीक्वेंस से एकदम अलग है। इस सुपर-म्यूटेंट वायरस का वैज्ञानिक नाम BA.1 + B.1.617.2 है। डेल्टाक्रॉन (Deltacron) कोरोना वायरस का एक हाइब्रिड वेरिएंट है जो डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट से मिलकर बनता है
कई देशों में फैला डेल्टाक्रॉन
रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक में 221 मामलों में डेल्टाक्रॉन वेरिएंट के संकेत मिले हैं, जो हॉटस्पॉट बन गया है। इसके बाद तमिलनाडु में 90, महाराष्ट्र में 66, गुजरात में 33, पश्चिम बंगाल में 32 और तेलंगाना में 25 और नई दिल्ली में 20 मामले जांच के दायरे में हैं। डेल्टाक्रॉन आस-पास के कई देशों में पाया गया है, इसलिए संभावना है कि डेल्टाक्रॉन अभी आगे भी फैल सकता है।