नारी डेस्क: भगवान श्री कृष्ण के देश भर में कई ऐसे मंदिर हैं जहां पर जाकर दर्शन एवं पूजन करने मात्र से ही व्यक्ति का दु:ख एवं दुर्भाग्य दूर होता है और सुख सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वहीं मथुरा और वृंदावन तो भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ी पवित्र भूमि है, जहां के मंदिरों काे लेकर माना जाता है कि यहां भगवान कृष्ण "बसते" हैं।इन मंदिरों में भगवान कृष्ण के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, और भक्तगण यहां आकर अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर
यह मंदिर भगवान कृष्ण के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है। यहां गर्भगृह स्थित है, जिसे भगवान कृष्ण के जन्मस्थल के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर मथुरा का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर भगवान कृष्ण के द्वारका के राजा के रूप में प्रतिष्ठित है। यह मंदिर मथुरा का एक प्रमुख मंदिर है और यहां विशेष रूप से जन्माष्टमी के दौरान बड़ी धूमधाम से उत्सव मनाया जाता है।
बांके बिहारी मंदिर
बांके बिहारी मंदिर वृंदावन का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, जहां भगवान कृष्ण को "बांके बिहारी" के रूप में पूजा जाता है। यहां भगवान की मूर्ति हमेशा नृत्य मुद्रा में होती है। यह मंदिर भगवान के बाल स्वरूप को समर्पित है और यहां पूरे साल भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
राधा रमण मंदिर
राधा रमण मंदिर वृंदावन के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, जहां भगवान कृष्ण के राधा रमण स्वरूप की पूजा होती है। यह मंदिर विशेष रूप से वैष्णव भक्तों के बीच प्रसिद्ध है और इसे भगवान के जीवंत विग्रह के लिए जाना जाता है।
प्रेम मंदिर
प्रेम मंदिर भगवान राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम को समर्पित है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है और इसकी निर्माण शैली अद्वितीय है। यहां भगवान कृष्ण और राधा के जीवन की विभिन्न लीलाओं को चित्रित किया गया है। रात के समय यह मंदिर लाइटिंग से बेहद सुंदर दिखाई देता है।
इस्कॉन मंदिर
इस्कॉन (अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ) मंदिर भगवान कृष्ण और राधा को समर्पित है। यहां भगवत गीता और कृष्ण की लीलाओं पर आधारित उपदेश और कीर्तन होते हैं। यह मंदिर अंतर्राष्ट्रीय भक्तों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।