बॉलीवुड के किंग खान आज 58 साल के हो गए हैं और इसी खुशी में आज पूरे बॉलीवुड में उनके जन्मदिन का जश्न होगा। बॉलीवुड के बादशाह किंग खान सिर्फ बॉलीवुड स्टार ही नहीं बल्कि ग्लोबल स्टार हैं। उनकी हाल ही में आई फिल्म, जवान और पठान ने 2000 करोड़ की कमाई की। इसीलिए इस बार बादशाह के शानदार गोल्डन पीरियड का जश्न मनाया जा रहा है। उनके चाहने वाले तो रात को ही मन्नत के बाहर खड़े थे। शाहरूख भी अपने फैंस को सजदा करने आए। भीड़ देखकर तो ऐसा लग रहा जैसे मन्नत के बाहर मेला लगा हो। ये जो प्यार-शोहरत किंग खान को मिल रहा है वो उन्होंने अपने दम पर कमाया है। उन्होंने पैसा और शोहरत कमाने के लिए खूब मेहनत की है। एक मिडल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखने वाले शाहरुख खान, दुनिया के सबसे अमीर कलाकारों में चौथे नंबर पर हैं। जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी नेटवर्थ 770 मिलियन डॉलर्स यानी करीब 6300 करोड़ रु. के आस-पास बताई जाती है। नेटवर्थ के मामले में तो उन्होंने हॉलीवुड अभिनेता टॉम क्रूज़ को भी पीछे छोड़ दिया है। पूरी दुनिया में उनके पास अरबों-खरबों की प्रॉपर्टीज है। वह एक फिल्म के लिए करीब 100 से 150 करोड़ रू. चार्ज करते हैं। लेकिन दिल्ली के रहने वाले एक आम से लड़के ने बचपन में बहुत कुछ सहा भी है। चलिए आपको उनकी बैकग्राउंड स्टोरी के बारे में ही बताते हैं।
आधे हैदराबादी, आधे पठान और आधे कश्मीरी हैं किंग खान
शाहरुख आधे हैदराबादी हैं और आधे पठान व कश्मीरी। उन्होंने खुद ही ट्विटर पर इसकी जानकारी दी थी। शाहरुख की मां लातिफ फातिमा हैदराबाद से थी और पिता मीर ताज मोहम्मद खान पठान और उनकी दादी कश्मीर से ताल्लुक रखती थीं।शाहरूख के पैरेंट्स दिल्ली के रहने वाले थे इसलिए शाहरुख का पालन-पोषण भी वहीं पर हुआ। उनके पिता के पास एक रेस्टोरेंट सहित कई व्यावसायिक उद्यम थे और उनकी फैमिली किराए के अपार्टमेंट में एक मिडल क्लास लाइफ जी रहे थे। शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद खान पेशावर के पठान थे जो अब पाकिस्तान में है। वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे और भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भागीदार थे। 16 साल की उम्र में ही वह घर छोड़कर कश्मीर आ गए थे। वह उच्च शिक्षित व्यक्ति थे जिन्हें 6 भाषाएं आती थी।
कौन-कौन है शाहरुख की फैमिली में?
फैमिली बैकग्राउंड की बात करें तो शाहरुख के दादा जान मोहम्मद अफगानिस्तान से थे और नाना इफ्तिखार अहमद, भारत के मैंगलोर से थे। उनके नाना अहमद मैंगलोर पोर्ट पर चीफ इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे। बहुत कम लोग जानते हैं कि शाहरुख 5 साल तक अपनी नानी के साथ मैंगलोर में रहे थे, जब तक उनके माता-पिता उनके पास नहीं आ गए। जब वह भारत के दिल्ली सेटल हुए तो शाहरुख अपने पैरेंट्स के पास आ गए।
दुनिया उन्हें शाहरुख के नाम से जानती है लेकिन उनकी नानी ने उन्हें पहले अब्दुल रहमान नाम दिया था लेकिन उनका ये नाम आधिकारिक तौर पर रजिस्ट्रर नहीं हुआ था इसलिए बाद में पिता ने इसे बदलकर शाहरुख खान कर दिया था। उनकी मां लातिफ फातिमा आंध्र प्रदेश की रहने वाली थी और कर्नाटक में रहती थी। वह अपनी चार बहनों में सबसे बड़ी थी । उनके पिता इफ्तिखार अहमद मैंगलोर पोर्ट के चीफ इंजीनियर थे। लातिफ फातिमा खान प्रथम श्रेणी की मजिस्ट्रेट थीं। उन्हें भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का करीबी भी बताया जाता था। वह भी 4 दक्षिण भाषाओं में निपुण थी।
आर्मी में शामिल होना चाहते थे किंग खान
शाहरुख शुरु से ही आर्मी में शामिल होना चाहते थे और वह आर्मी स्कूल में भी पढ़े थे लेकिन उनकी ये इच्छा पूरी नहीं हो सकी। वह स्पोर्ट में भी करियर बनाना चाहते थे और हॉकी और फुटबॉल खेलते थे, लेकिन कंधे की चोट के कारण वह आगे खेल नहीं पाए। फिर उन्होंने उन्होंने स्टेज प्ले करने शुरू किए जिसमें उन्हें तारीफ मिलीं।
उस वक्त उनकी एक्टिंग पार्टनर कोई और नहीं बल्कि, सारा अली खान की मां अमृता सिंह थी। शायद आप न जानते हो। अमृता और शाहरुख दोनों बचपन के दोस्त रहे हैं। अमृता सिंह और शाहरुख खान के बीच की दोस्ती उनके मां के समय से चली आ रही थी। अमृता सिंह की मां रुखसाना सुलतान, संजय गांधी की करीबी मानी जाती थी। उन्होंने उनके लिए एमरजेंसी के समय काम किया था। अमृता की मां और शाहरुख की मां आपस में अच्छी दोस्त थी। दोनों ने एक साथ मिलकर पुरानी दिल्ली एरिया में काम किया था। अमृता सिंह ने दिल्ली के माॅर्डन स्कूल से पढ़ाई की है और शाहरुख की बहन शहनाज भी वहीं पढ़ी हैं।
माता-पिता को खोने के बाद मुंबई आकर बस गए किंग खान
सब ठीक चल रहा था कि एक दिन शाहरुख की जिंदगी ही बदल गई। 15 साल के शाहरुख ने अपने पिता को खो दिया और उसके 10 साल बाद अपनी मां लातीफ फातिमा को। अपने माता-पिता को उन्होंने अपनी आंखों के सामने जाते हुए देखा। उनके माता-पिता की कब्र दिल्ली में ही है इसलिए जब वह दिल्ली जाते हैं तो वहां पर जरूर सजदा करते हैं। शाहरुख ने कहा था कि उन्हें यहां आकर एक सुकून मिलता है।
एक इंटरव्यू में शाहरुख खान ने कहा था, "लोग कहते हैं कि अब मैं दिल्ली वाला नहीं मुंबई वाला बन गया हूं लेकिन मैं उन्हें ये कैसे बताऊं कि मैं दिल्ली को और दिल्ली मुझे कभी नहीं छोड़ सकती, क्योंकि मेरे अब्बू-अम्मी यहां हैं।"
शाहरुख की बहन को लगा था सदमा
पिता की मौत ने शाहरुख की बहन को गहरा सदमा दिया था जिसके चलते वह 2 साल इससे उभर नहीं पाईं। इलाज के बाद उनकी हालत पहले से बेहतर हुई, लेकिन वे अब भी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई हैं।
बात शाहरुख के करियर की करें तो उन्होंने टेलीविजन से शुरुआत की। दिल दरिया, फौजी, सर्कस जैसे सीरियल्स से उन्होंने अपनी पहचान बनाई। उनके फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म 'दीवाना' से हुई थी जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। शाहरुख ने हिंदू पंजाबी फैमिली से ताल्लुक रखने वाली गौरी छिब्बर से लव मैरिज की, उनके तीन बच्चे हैं आर्यन खान, सुहाना खान और अबराम खान। शाहरुख अपने परिवार को बहुत प्यार करते हैं।