नवजात शिशु की देखभाल में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत होती है। असल में, छोटे बच्चों बीमारियों की चपेट में आने का खतरा अधिक रहता है। वहीं कुछ बच्चों के सिर के बालों की ग्रोथ कम व कइयों की अधिक होती है। वैसे तो सालभर के अंदर शिशु के सिर पर बाल आने लगते हैं। ऐसे में महिलाएं इस बात को लेकर कंफ्यूज रहती हैं कि किस उम्र में शिशु के बालों को कंघी करनी चाहिए? मगर एक्सपर्ट अनुसार, शुरुआत से ही नवजात शिशु के बालों को ब्रश या कंघी करना फायदेमंद होता है। हां मगर इस दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि बच्चे के बालों को कंघी करने के फायदे व इसे करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...
शिशु को रिलैक्स रहने में फायदेमंद
शिशु के सिर आराम से कंघी या ब्रश मारने से वह रिलैक्स महसूस करता है। इससे स्कैल्स का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होता है। बच्चे को आराम मिलने के साथ अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।
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हेयर ग्रोथ में मददगार
अक्सर कई बच्चे की हेयर ग्रोथ कम होती है। ऐसे में उसके सिर पर कंघी करना बेस्ट ऑप्शन है। इसके लिए सॉफ्ट ब्रिसल वाले बेबी ब्रश का इस्तेमाल करें। इससे खून के प्रवाह में सुधार होता है। ऐसे में हेयर ग्रोथ में भी फायदा मिलता है। ऐसे में आप बच्चे की हेयर ग्रोथ के लिए उसके बालों की रोजाना कंघी करें।
नर्वस सिस्टम को मिले फायदा
एक्सपर्ट अनुसार, रोजाना शिशु के बालों की कंघी या ब्रश करने से उसके स्कैल्प की एक तरह से मसाज हो जाती है। शिशु की स्किन व शरीर बेहद ही नाजुक होता है। इसके लिए हमेशा सॉफ्ट ब्रिसल वाली कंघी या ब्रश चुनें व धीरे से इस्तेमाल करें। इससे शिशु को आराम मिलने के साथ उनके नर्वस सिस्टम को फायदा मिलेगा। इससे बच्चे का दिमागी विकास होने में मदद मिलेगी।
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बेडटाइम रूटीन में आएगा सुधार
अक्सर छोटे बच्चे को सुलाने में काफी समय लग जाता है। इस समस्या से बचने व शिशु की बेडटाइम रूटीन सेट करने के लिए रोजाना उसके बालों की कंघी या ब्रशिंग करना फायदेमंद माना गया है। स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने के साथ मसाज होता है। इससे शिशु के दिमाग को आराम देने वाले हॉर्मोन बढ़ने में मदद मिलती है। ऐसे में शिशु की बेडटाइम रूटीन में सुधार आता है।
क्रैडल क्रैप की समस्या से मिलेगा आराम
क्रैडल क्रैप स्कैल्प पर पपड़ी और रूखापन होने की समस्या होती है। यह समस्या आमतौर पर बच्चे को होती है। मगर रोजाना शिशु के बालों को कंघी या ब्रशिंग करने से इस समस्या से आराम मिलता है। कंघी व ब्रश करने से बच्चे की स्किन साफ करने में मदद मिलती है। ऐसे में उसे क्रैडल क्रैप की परेशानी होने से बचाव रहता है।
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बच्चे को मिलेगा अच्छा
आप बच्चे की ग्रूमिंग करने के लिए भी उसके बालों पर रोजाना कंघी या ब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे बच्चे को सही व अच्छा लुक मिलेगा।
शिशुओं के बालों को कंघी करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
. आप दिनभर कभी भी शिशु के बालों को कंघी कर सकती है।
. हमेशा सॉफ्ट ब्रिसल वाली कंघी या हेयर ब्रश चुनें।
. हल्के हाथों से स्कैल्प पर कंघी या ब्रश का इस्तेमाल करें। ताकि बच्चे को दर्द ना हो।
. इस बात का भी ध्यान रखें कि कंघी दौरान बच्चे के स्कैल्प पर दबाव न पड़े।
. शुरुआत में शिशु के बालों को नीचे की ओर कंघी करें।
. कंघी दौरान बाल उलझने ना इसके लिए हेयर सीरम या तेल का इस्तेमाल करें।
. अगर शिशु को पहले से स्कैल्प पर कोई समस्या है तो कंघी करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।