08 DECMONDAY2025 9:54:22 PM
Nari

कट-कट करती हड्डियां और कमजोर घुटने? यह ₹10 का आयुर्वेदिक नुस्खा देगा ताकत

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 26 Nov, 2025 12:17 PM
कट-कट करती हड्डियां और कमजोर घुटने? यह ₹10 का आयुर्वेदिक नुस्खा देगा ताकत

 नारी डेस्क: क्या आपके घुटनों से उठते-बैठते समय कट-कट की आवाज आती है? कई लोगों को चलते समय घुटनों में दर्द होता है या डॉक्टर यह कह देते हैं कि घुटनों का ग्रीस खत्म हो रहा है। बढ़ती उम्र, कैल्शियम की कमी, खराब लाइफस्टाइल और पोषण की कमी के कारण आजकल हर उम्र के लोगों में हड्डियों व जोड़ों की समस्या आम हो गई है। सर्दियों के मौसम में यह दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है। ठंड की वजह से जोड़ों में अकड़न आ जाती है और दर्द दुगना महसूस होता है। हड्डियों की कमजोरी पूरे शरीर की ताकत को प्रभावित करती है, क्योंकि शरीर का पूरा भार इन्हीं पर टिका होता है। हड्डियों को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन D की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जब शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, तो हड्डियों का घनत्व कम होता है और दर्द, सूजन तथा कमजोरी बढ़ने लगती है।

हड्डियों को मजबूत करने वाला घरेलू नुस्खा

 घुटनों और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए काली किशमिश, सफेद तिल और काले तिल का मिश्रण बहुत फायदेमंद होता है। इस मिश्रण में मौजूद प्राकृतिक पोषक तत्व हड्डियों को अंदर से पोषण देते हैं। यह उपाय शरीर को कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी हैं। इसकी खासियत यह है कि यह पूरी तरह प्राकृतिक है और आसानी से पच भी जाता है।

हड्डियों को गला रही हैं ये 6 चीजें, आज ही बंद कर दें खाना

किशमिश और तिल का मिश्रण क्यों उपयोगी है?

काली किशमिश में आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये हड्डियों को मजबूत करने, खून बढ़ाने और शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं। काले और सफेद तिल कैल्शियम, मैग्नीशियम और हेल्दी फैट का उत्कृष्ट स्रोत हैं। तिल हड्डियों के जोड़ों की लुब्रिकेशन बढ़ाते हैं, जिससे घुटनों की "ग्रीस" की कमी पूरी होने में सहायता मिलती है। जब किशमिश और तिल को साथ मिलाकर लिया जाता है, तो यह घुटनों की सूजन कम करने, दर्द घटाने और हड्डियों को लचीला बनाने का काम करता है।

कैसे बनाएं यह हड्डी-मजबूत करने वाला पेय?

सबसे पहले दो चम्मच काली किशमिश लें और उन्हें एक कप पानी में एक घंटे के लिए भिगो दें। इससे किशमिश मुलायम हो जाएगी और पोषक तत्व सक्रिय हो जाएंगे। एक घंटे बाद किशमिश को उसी पानी के साथ मिक्सी में डालें। अब इसमें आधा चम्मच सफेद तिल और आधा चम्मच काले तिल डालें। सभी चीजों को मिक्सी में अच्छी तरह ग्राइंड कर लें। तैयार मिश्रण को बिना छाने ही पी लें, क्योंकि इसके फायदे छानने पर कम हो सकते हैं।

कब और कितनी बार पिएं?

इस पेय को हफ्ते में 2 से 3 बार पीने की सलाह दी जाती है। इसे सुबह खाली पेट पीना सबसे अधिक लाभकारी माना जाता है। नियमित सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। घुटनों की सूजन और दर्द कम होता है, जोड़ों की लुब्रिकेशन बढ़ती है और शरीर में अकड़न कम महसूस होती है। सुबह उठते समय बदन टूटने की समस्या में भी धीरे-धीरे आराम मिलने लगता है।

PunjabKesari

किन लोगों के लिए यह नुस्खा फायदेमंद है?

यह नुस्खा उन लोगों के लिए खास तौर पर उपयोगी है, जिनके घुटनों में लगातार दर्द रहता है या उठते-बैठते समय कट-कट की आवाज आती है। जिन्हें घुटनों का ग्रीस कम होने की समस्या है या जिनकी हड्डियां कमजोरी महसूस कराती हैं, उन्हें यह उपाय विशेष लाभ दे सकता है। सुबह उठते ही बदन टूटना, जोड़ों में अकड़न, और हड्डियों में भारीपन महसूस करने वाले लोग भी इसका फायदा उठा सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए तैयार किया गया है।  किसी भी समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर  की सलाह लेना जरूरी है।  

 

Related News