नारी डेस्क: सोशल मीडिया से चलने वाले वेलनेस ट्रेंड्स के ज़माने में हर्बल डिटॉक्स चाय पर आंख बंद करके भरोसा किया जा रहा है , जो शरीर को साफ़ करने और सेहत को बेहतर बनाने का वादा करती है। हालांकि, मेडिकल एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों को लिवर की पहले से कोई बीमारी है उनके लिए ये 'नेचुरल' उपाय उन टॉक्सिन्स से ज़्यादा ज़हरीले हो सकते हैं जिन्हें ये हटाने का दावा करते हैं।
डॉक्टरों ने दी ये चेतावनी
डॉक्टरों के मुताबिक कुछ हर्बल टी का ज्यादा या गलत तरीके से सेवन लिवर के लिए खतरनाक हो सकता है। फैटी लिवर की बीमारी, हेपेटाइटिस, या सिरोसिस वाले मरीज़ों के लिए, इन गाढ़े हर्बल कंपाउंड्स को प्रोसेस करने का 'एक्स्ट्रा बोझ' तेज़ी से ऑर्गन फेलियर का कारण बन सकता है। अगर आपको लिवर की कोई समस्या है, तो डॉक्टर द्वारा बताई गई चीजों पर ही ध्यान दें
हर्बल चाय लिवर को कैसे नुकसान पहुचा सकती है?
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट बताते हैं कि कुछ हर्ब्स में ऐसे तत्व होते हैं जो लिवर में जाकर सूजन या डैमेज कर सकते हैं, जैसे कावा (Kava), कॉम्फ्रे (Comfrey), पैनीरॉयल, अलोवेरा लीफ एक्सट्रैक्ट (अंदरूनी सेवन में) इनसे ड्रग-इंड्यूस्ड लिवर इंजरी (DILI) का खतरा रहता है।न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार कई हर्बल चाय स्टैंडर्ड डोज में नहीं होतीं। पैकेट पर लिखी मात्रा से ज्यादा पी लेने पर लिवर पर दबाव पड़ता हैलिवर हर चीज को डिटॉक्स करता है, ज्यादा बोझ से वह कमजोर हो सकता है।
वजन घटाने और डिटॉक्स टी सबसे ज्यादा खतरनाक
स्लिमिंग टी, डिटॉक्स टी, फैट बर्निंग हर्बल टी फायदे से ज्यादा नुकसान देते हैं। इनमें अक्सर लैक्सेटिव और स्ट्रॉन्ग हर्ब्स होते हैं, जो लिवर एंजाइम बढ़ा सकते हैं और लिवर में सूजन ला सकते हैं। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट चेतावनी देते हैं कि हर्बल चाय + एलोपैथिक दवाएं लिवर पर डबल स्ट्रेस डालती हैं। खासतौर पर अगर आप दर्द निवारक, डायबिटीज, बीपी, टीबी या हार्मोनल दवाएं ले रहे हैं। अगर आपको फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, बढ़े हुए SGPT/SGOT तो बिना डॉक्टर की सलाह हर्बल चाय पीना जोखिम भरा हो सकता है।
लिवर खराब होने के शुरुआती संकेत
-लगातार थकान
- मतली या उलटी
-पेट के दाहिने हिस्से में दर्द
-आंखों/त्वचा में पीलापन
- गहरा पेशाब
ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
सुरक्षित रहने के लिए क्या करें?
किसी भी हर्बल टी को दवा की तरह लें, रोज-रोज नहीं। एक साथ कई हर्बल चाय न पिएं। वजन घटाने/डिटॉक्स टी से बचें। पहले से बीमारी हो तो डॉक्टर से पूछें “नेचुरल” लिखे होने पर भी आंख बंद कर भरोसा न करें। हर हर्बल चीज फायदेमंद नहीं होती।गलत हर्बल चाय लिवर को चुपचाप नुकसान पहुंचा सकती है।