
नारी डेस्क: आजकल एनर्जी ड्रिंक्स और सप्लीमेंट्स के दौर में हम एक ऐसे सुपरफूड को भूलते जा रहे हैं, जो हमारी दादी-नानी की रसोई में रोज की शान हुआ करते थे। काला चना करी इसी तरह की एक रेसिपी है, जिसमें आसान चीजों को धीरे-धीरे पकाया जाता है ताकि ठंडे महीनों में शरीर को पोषण मिल सके। काला चना सदियों से भारतीय रसोई में इस्तेमाल होता आ रहा है। दादी-नानी इस पर एक भरोसेमंद सामग्री के तौर पर निर्भर रहती थीं, जो आसानी से स्टोर हो जाता थी और ताकत देती थी खासकर सर्दियों में जब शरीर को लगातार एनर्जी की ज़रूरत होती थी।
आयरन का पावरहाउस है काला चना
काले चने में मौजूद आयरन शरीर में खून की कमी (एनीमिया) से बचाता है। कमजोरी और थकान दूर करता है। महिलाओं के लिए यह खासतौर पर फायदेमंद होता है। प्रोटीन से भरपूर काले चने की करी, मसल्स को मजबूत बनाती है। इसे खाने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है। शाकाहारियों के लिए यह बेहतरीन प्रोटीन विकल्प है
एनर्जी बढ़ाने में कारगर
दादी-नानी का मानना है कि काला चना धीरे-धीरे ऊर्जा देता है, ब्लड शुगर को संतुलित रखता है और दिनभर एक्टिव बनाए रखता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में मदद करता है। यह दिल की सेहत के लिए भी बुहत अच्छा है।
काले चने की करी बनाने का आसान तरीका
-रात भर काले चने भिगो दें
-सुबह प्रेशर कुकर में उबाल लें
-प्याज, टमाटर, अदरक-लहसुन और देसी मसालों में पकाएं
-अंत में थोड़ा घी डालें — स्वाद और पोषण दोनों बढ़ेगा
यह लोग जरूर खाएं ये डिश
एनर्जी और ग्रोथ के लिए इसे बच्चों को जरूर दें। आयरन की कमी से बचाव के लिए महिलाएं इसे अपने डाइट में जरूर शामिल करें। कमजोरी और पाचन के लिए बुजुर्गों को भी इसे जरूर खाना चाहिए। ध्यान रखें कि अगर ज्यादा गैस की समस्या हो तो हींग और जीरा डालें। रात में भारी मात्रा में न खाएं और डायबिटीज वाले पोर्शन कंट्रोल रखें। काले चने की करी सिर्फ एक सब्ज़ी नहीं, बल्कि दादी-नानी की समझदारी से मिली सेहत की विरासत है। अगर आप नेचुरल तरीके से एनर्जी, आयरन और प्रोटीन बढ़ाना चाहते हैं, तो इस भूले-बिसरे सुपरफूड को अपनी थाली में जरूर शामिल करें।