वैलेंटाइन डे यानि प्यार करने वालों का दिन। इस खास मौके पर लोग अपने पार्टनर को स्पैशल फील करवाने के लिए चॉकलेट्स, कैंडल लाइट डिनर या कोई स्पैशल तोहफा देते हैं। वहीं, हमारे सामने कई ऐसी कहानियां भी मौजूद है, जिन्होंने हर मुश्किल का सामना करते हिए अपने सच्चे प्यार की मिसाल कायम की हो। आज के इस खास मौके पर हम ऐसे ही कपल्स की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे सुनने के बाद आपको प्यार का असर परिभाषा समझ आएगी। दरअसल, वैलेंटाइन पर एक पति ने किडनी तो दूसरे ने लिवर डोनेट करके अपनी पत्नी की जान बचाई।
लिवर डोनेट कर बचाई अपनी पत्नी की जान
दरअसल, दिल्ली के हॉस्पिटल में नीतू सिंह नाम की एक महिला लिवर सिरोसिस से लड़ रही थी। 38 साल की नीतू का लिवर फेल हो गया था और डॉक्टरों ने फौरन ट्रांसप्लांट करवाने के लिए बोल दिया था। अगर तुरंत उनका लीवर ट्रांसप्लांट ना किया जाता तो वह सिर्फ एक-दो महीने की ही मेहमान थी। बता दें कि योगेश -नीतू की शादी 10 फरवरी को हुई इस साल एनिवर्सरी के दिन ही यह दंपत्ति ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी करवा रहा थ। ऑपरेशन के दो दिन बाद दोनों को होश आया और फिलहाल दोनों डॉक्टरों की निगरानी में है।
काल के मुंह से खींच लाए अपना प्यार
डॉक्टर ने बताया कि घर का कोई भी व्यक्ति उन्हें लिवर डोनेट कर सकता है। ऐसे में उनके पति ने बिना सोचे-समझे अपनी पत्नी को लिवर डोनेट करने का फैसला किया। योगेश जो सर्जरी के नाम से ही डरते थे अपनी पत्नी के लिए डोनर टेबल पर जा लेटे। ट्रांसप्लांट सफल रहा और इस दोनों के लिए यह वेलेंटाइन-डे यादगार हो गया।
12 दिन में घटाया 9 कि.लो. वजन
जांच के दौरान पता चला कि योगेश का लिवर फैटी है इसलिए वो इसे डोनेट नहीं कर सकते। डॉक्टरों के सामने भी सारे रास्ते बंद हो गए थे इसलिए उन्होंने योगेश को 14 दिन में 10 कि.लो. वजन घटाने का टारगेट दिया। योगेश ने भी चैलेंज स्वीकारते हुए 12 दिन में 85 से 76 कि.लो. वजन कर लिया। मेडिकल टीम भी हैरान हो गई और आखिरकार योगेश का आधा लिवर काटकर उनकी पत्नी के शरीर में ट्रांसप्लाट किया गया। फिलहाल दोनों मियां बीवी आईसीयू में ही एक-दूसरे से मिलते हैं।
पति ने पत्नी को डोनेट की किडनी
ऐसी ही एक और कहानी सामने आई है, जिसमें पति ने अपनी बीमार पत्नी को वैलेंटाइन डे और शादी की 23वीं सालगिरह पर किडनी गिफ्त के तौर पर दी। दरअसल, गुजरात की रीता पटेल पिछले 3 साल से ऑटोइम्यून किडनी डिसफंक्शन नाम की बीमारी से ग्रस्त है, जिसके कारण धीरे-धीरे उनकी किडनी हो रही थी। यहां तक कि डॉक्टरों ने कह दिया कि उनकी किडनी फेल हो कती है। ऐसे में उनके पति विनोद पटेल ने पत्नी को एक किडनी डोनेट करने का फैसला किया। किस्मत से दोनों की किडनी मैच हो गई और आज ही के ही दिन विनोद ने अपनी पत्नी को किडनी देकर उसकी जान बचाई।
विनोद ने बताया कि वो पिछले एक साल से अपनी पत्नी को तकलीफ में देख रहे हैं। उन्हें एक महीने पहले डायलसिस पर डाला गया था लेकिन दिन ब दिन बिगड़ती तबीयत के चलते उन्होंने यह फैसला लिया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि हर किसी को संदेश मिले कि पार्टनर की मदद कैसे करनी चाहिए। वहीं, रीता पटेल भी खुद को खुशकिस्मत मानती है कि उन्हें विनोद जैसे पति मिले।