अनियमित पीरियड्स के कारण महिलाओं का वजन काफी बढ़ जाता है, जिसे कम करना उनके लिए परेशानी बन जाता है। हालांकि ऐसा PCOD के कारण भी हो सकता है। जिम, एक्सरसाइज के बावजूद भी अनियमित पीरियड्स के कारण बढ़ा वजन कम नहीं हो पाता। दरअसल, अनियमित पीरियड्स और PCOD, PCOS के कारण बढ़े हुए वजन को कम करने के वो चीजें काम नहीं कर पाती जो आमतौर पर महिलाएं अपनाती है। हालांकि कुछ बातों का ध्यान रखकर आप इस मुश्किल काम को आसान बना सकती है।
क्यों बढ़ जाता है वजन ?
दरअसल, इन सिचुएशन के कारण शरीर में हार्मोन्स लेवल गड़बड़ा जाता है, जिसके कारण इंसुलिन भी कम बनता है। इसके कारण शरीर भोजन में मौजूद शुगर को एनर्जी में नहीं बदल पाता और अलग-अलग हिस्सों में फैट जमा होता चला जाता है। इसके कारण धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है।
चलिए अब आपको बताते हैं कि कैसे कम करें वजन...
कार्बोहाइड्रेट्स को करे कम
बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम करें। कार्ब्स इंसुलिन लेवल पर असर डालते हैं और शुगर को एनर्जी में नहीं बदलने देता। ऐसे में बेहतर होगा कि आप कार्ब्स फूड्स जैसे दूध, आलू, ब्रेड, सोडा, मीठा आदि को अवॉइड करें।
ढेर सारा फाइबर खाएं
अपनी डाइट में फाइबर युक्त फूड्स अधिक से अधिक शामिल करें। इससे शरीर फैट व शुगर को एनर्जी में बदल पाता है। इसके लिए डाइट में केला, दालें, सेब, संतरा आदि शामिल करें।
प्रोटीन खाएं
प्रोटीन युक्त आहार खून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल में रखता है। साथ ही इससे पेट भी भरा रहता है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है। इससे आपको वजन घटाने में मदद मिलती है। प्रोटीन के लिए आप डाइट में अंडे, मीट, दूध, सी-फूड आदि खा सकते हैं।
हेल्दी फैट खाए
फैट्स तीन तरह के होते हैं, सैचुरेटेड, पॉलीसैचुरेटेड, मोनोअनसैचुरेटेड फैट। अनसैचुरेटेड फैटस शरीर के लिए अच्छे होते है, जिन्हे गुड फैटस कहा जाता है जबकि सैचुरेटेड फैटस , जिन्हें बैड फैट भी कहा जाता है वही मोटापा, डायबिटीज, हार्ट डिसीज का कारण बनते हैं।
स्वस्थ रहने के लिए शरीर को कुछ जरूरी व हैल्दी फैट की जरूरत भी होती है, जो हार्मोन्स कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इससे वजन घटाने में भी काफी मदद मिलती है। इसके लिए आप बादाम, सुखे मेवे, ऑलिव ऑयल, डार्क चॉकलेट, ग्रीन टी आदि ले सकते हैं।
वेट ट्रेनिंग और योग करें
वजन घटाने के लिए डाइट के साथ एक्सरसाइज करना भी बहुत जरूरी है। इसके लिए आप कार्डियो, वेट ट्रेनिंग, योग, प्राणायाम, मेडिटेशन आदि कर सकते हैं। इसके अलावा रोजाना कम से कम 1 कि.लो. मीटर चले और भोजन के बाद 20-25 मिनट की सैर जरूर करें।