हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया कि राज्य सरकार पहलवान विनेश फोगाट को पदक विजेता की तरह सम्मानित करेगी। विनेश को 50 किलोग्राम वर्ग में, स्वर्ण पदक के लिए मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि उन्हें वही पुरस्कार दिया जाएगा जो राज्य सरकार ओलंपिक खेलों के रजत पदक विजेताओं को देती है।
विनेश ने वीरवार को अपने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती करियर को अलविदा कहते हुए कहा कि उनके पास अब इसे जारी रखने की ताकत नहीं है। बुधवार को स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के बाद अयोग्य घोषित की गई 29 वर्षीय इस पहलवान ने सोशल मीडिया पर संन्यास लेने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए उन सभी से माफी मांगी, जिन्होंने उनका समर्थन किया था।
सैनी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा- ‘‘हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने शानदार प्रदर्शन किया और ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश किया। वह किसी कारण से फाइनल में भले ही प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाईं, लेकिन वह हम सभी के लिए एक चैंपियन हैं।'' उन्होंने हिंदी में लिखे अपने पोस्ट में कहा- ‘‘हमारी सरकार ने तय किया है कि विनेश फोगाट को पदक विजेता की तरह स्वागत और सम्मान किया जाएगा। हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, पुरस्कार और सुविधाएं देती है, वही सब विनेश फोगाट को भी दी जाएंगी।''
हरियाणा सरकार अपनी खेल नीति के अनुसार ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को छह करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को चार करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 2.5 करोड़ रुपये देती है। विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया था । उन्हें खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर की नौकरी मिल सकेगी।