नारी डेस्क : भारत में बालों को लेकर चर्चा कभी खत्म नहीं होती। हर कोई लंबे, घने और हेल्दी बाल चाहता है। कभी इंस्टाग्राम रील्स से इंस्पिरेशन मिलती है तो कभी घर के बड़े किसी खास तेल का नाम बता देते हैं। लेकिन साल 2025 में हेयर ग्रोथ को लेकर लोगों की सोच पूरी तरह बदलती नजर आई। इस साल लोगों ने जादुई नुस्खों की बजाय ऐसी आसान और टिकाऊ आदतों पर ध्यान दिया, जिनका असर लंबे समय तक दिखा।
स्कैल्प केयर (Scalp Care) से शुरू हुई असली हेयर ग्रोथ
2025 में लोगों ने समझा कि हेयर केयर सिर्फ बालों की लंबाई नहीं, बल्कि स्कैल्प से शुरू होती है। हफ्ते में एक बार हल्की एक्सफोलिएशन करने से स्कैल्प पर जमी गंदगी, तेल और पॉल्यूशन साफ होने लगी। साफ स्कैल्प के कारण हेयर फॉल कम हुआ और बालों की ग्रोथ नेचुरली बेहतर होने लगी।

रातभर तेल लगाने की आदत पर लगा ब्रेक
सालों से चली आ रही रातभर तेल लगाने की आदत पर 2025 में सवाल उठे। खासकर उमस और सर्दियों में इससे खुजली और डैंड्रफ की समस्या बढ़ती दिखी। इसकी जगह 30 से 35 मिनट की प्री-वॉश ऑयलिंग ज्यादा कारगर साबित हुई, जिससे स्कैल्प शांत रहा और बाल मजबूत बने।
महंगे सप्लीमेंट्स (Supplements) की जगह घर का खाना
2025 में लोगों ने महंगे सप्लीमेंट्स छोड़कर घरेलू खानपान पर भरोसा किया। दाल, चना, पनीर, दही, अंडे, मूंगफली और देसी तेल जैसे प्रोटीन सोर्स से बालों की जड़ें मजबूत हुईं। वहीं पालक, चुकंदर, खजूर और गुड़ जैसे आयरन रिच फूड्स महिलाओं के लिए खास फायदेमंद रहे।
राइस वॉटर का समझदारी से इस्तेमाल
इस साल राइस वॉटर का इस्तेमाल भी ज्यादा संतुलित तरीके से किया गया। ज्यादा फर्मेंटेड पानी की बजाय उबले चावल का ताजा पानी हफ्ते में एक बार लगाया गया। इससे बालों में नैचुरल शाइन आई और ब्रेकेज कम हुआ।

हल्की मसाज बनी हेयर ग्रोथ की चाबी
हल्की मसाज को 2025 में हेयर ग्रोथ की चाबी माना गया। तेज रगड़ या नाखूनों के इस्तेमाल की बजाय उंगलियों से हल्के हाथों में गोल-गोल मसाज करने का चलन बढ़ा। इससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हुआ, बालों की जड़ों तक पोषण पहुंचा और धीरे-धीरे हेयर लाइन पर नए बेबी हेयर दिखाई देने लगे।
तनाव कम हुआ तो बालों ने भी साथ दिया
2025 में लोगों ने माना कि तनाव बालों का सबसे बड़ा दुश्मन है। बेहतर नींद, कम कैफीन और योग अपनाने से बिना किसी प्रोडक्ट के भी हेयर फॉल में सुधार देखने को मिला।
हीट स्टाइलिंग से दूरी (Heat Styling)
हीट स्टाइलिंग से दूरी बनाना भी 2025 में हेयर ग्रोथ का एक अहम हिस्सा बना। लोगों ने ब्लो ड्रायर और स्ट्रेटनर के बजाय एयर ड्राइंग और हीटलेस स्टाइलिंग को अपनाया, जिससे बालों पर गर्मी का नुकसान कम हुआ। इसका असर यह हुआ कि बालों का टूटना घटा और बिना किसी अतिरिक्त मेहनत के उनकी लंबाई और हेल्थ में खुद-ब-खुद सुधार नजर आने लगा।
जेंटल प्रोडक्ट्स और रेगुलर ट्रिमिंग (Gentle products and regular trimming)
हार्श केमिकल प्रोडक्ट्स की जगह हल्के सीरम्स और जेंटल हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बढ़ा। वहीं समय-समय पर हल्की ट्रिमिंग और स्प्लिट एंड्स हटाने से बाल ज्यादा घने और हेल्दी नजर आने लगे।

2025 ने साबित कर दिया कि हेयर ग्रोथ किसी जादू से नहीं, बल्कि सही आदतों, संतुलित खानपान और स्कैल्प केयर से संभव है। छोटे-छोटे बदलावों ने लोगों को बिना जल्दबाजी के बेहतर और टिकाऊ नतीजे दिए।