महिलाएं नाखूनों की सुंदरता बढ़ाने के लिए मेनीक्योर करवाती हैं। खासकर इन दिनों जैल मैन्कयोर का प्रचलन काफी बढ़ गया है, क्योंकि जेल मेनीक्योर नाखूनों चमकदार बनाने, जल्दी सुखाने और नेल पॉलिश को लंबे समय तक टिकाऊ बनाने में मदद करते हैं। लेकिन हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार, यूवी नेल ड्रायर्स में से ऐसी रेडिएशन्स निकलती हैं जिनका इस्तेमाल जेल को सख्त बनाने के लिए किया जाता है। यह रेडिएशन्स त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जिससे स्किन कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
जेल मैनीक्योर में मौजूद तत्व बनते है त्वचा के कैंसर का कारण
एक्सपर्ट्स के अनुसार, जेल मैनीक्योर में ऐसे तत्व होते हैं जिन्हें नेल पॉलिश सुखाने के लिए यूवी किरणों का इस्तेमाल करना पड़ता है। इन तत्वों के कारण,त्वचा का कैंसर होने का खतरा होता है। इस विषय पर एक से भी ज्यादा अध्ययन किए हैं जिसके अनुसार त्वचा पर यूवी किरणों के हानिकारक प्रभाव सामने आए हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाकर कैंसर का कारण बन सकते हैं।
इसलिए होता है कैंसर का जोखिम
शोध के अनुसार, यूवी किरणों के प्रभाव से डीएनए डैमेज होने लगते हैं लेकिन इनमें से कुछ डीएनए की मरम्मत नहीं हो पाती और उसके बाद नेल पॉलिश ड्रायर ने यूवी किरणें निकलती हैं तब इसी क्षतिग्रस्त डीएन का म्यूटेशन होने लगता है इतना नहीं कि अध्ययन में यह भी पाया गया है कि इससे कोशिकाओं के अंदर माइटोकॉन्ड्रिया का फंक्शन बिगड़ने लगता है जिसके कारण और भी म्यूटेशन होने लगता है। अध्ययन में कई स्किन कैंसर पीड़ित लोगों की कोशिकाओं का विशलेशण किया गया तो इसी तरह का पैटर्न सामने आया। जिससे साबित हुआ कि डैमेज डीएनए कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में बदल देता है।
जरुर बरतें सावधानी
एक्सपर्ट्स ने कहा कि जेल मेनीक्योर का इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरुरी है। हाथों पर सनस्क्रीन लगाएं। त्वचा को बचाने के लिए मेनीक्योर के दौरान बिना उंगली में दस्तान पहनकर रखें। इससे यूवी किरणों से आप अपने हाथों की रक्षा कर सकते हैं।