कोरोना वायरस और ब्लैक फंगस महामारी का संकट खत्म नहीं हो रहा कि आप एक और नई मुसीबत सामने आ गई है। दरअसल, 2 महामारी के बीच चीन में इंसानों में बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया है। इसके बाद वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है।
बड़े पैमाने पर फैलने का जोखिम बहुत कम
जानकारी के अनुसार, इंसानों में यह वायरस मुर्गी द्वारा पहुंचा है इसलिए इससे महामारी फैलने का खतरा कम है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि यह ऐसा पहला मामला है। इससे पहले कभी भी इंसानों में H10N3 स्ट्रेन नहीं मिला।
कई वायरस जिम्मेदार
एक्सपर्ट का कहना है कि बर्ड फ्लू के लिए कई तरह के वायरस जिम्मेदार है, जिसमें से H5N1 को सबसे खतरनाक माना जाता है। इंसानों में बर्ड फ्लू का पहला मामला साल 1997 में आया था जब हॉन्ग-कान्ग में एक व्यक्ति में यह वायरस मिला था। इसके बाद साल 2003 से बर्ड फ्लू का यह वायरस चीन, यूरोप, अफ्रीका समेत कई एशियाई देशों में फैल गया था।
क्या होता है बर्ड फ्लू?
बर्ड फ्लू यानि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (Avian Influenza) जानलेवा स्ट्रेन H5N1 के कारण होती है, जो आमतौर पर चिकन, मुर्गी, सूअर, गधे, गीस और प्रवासी जलीय पक्षी (टर्की व बत्तख) जैसे जानवर में पाया जाता है। इसकी चपेट में आकर ना सिर्फ पक्षी बल्कि इंसानों को भी जान का खतरा रहता है।
कैसे पहचानें बर्ड फ्लू के लक्षण
- बुखार
- सांस लेने में परेशानी
- खांसी की दिक्कत
- कफ का बनना या जमा होना
- अचानक तेज सिरदर्द
- पेट में दर्द और उल्टी होना
- शरीर में अकड़न, दर्द व थकान
वहीं, अगर संक्रमण बढ़ जाए तो निमोनिया, आंखों में जलन, किडनी पर इफेक्ट, कार्डियक अरेस्ट तक का खतरा रहता है।
बचाव के लिए बरतें ये सावधानियां
. अगर घर में पालतू पक्षी या जानवर है तो साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें और उन्हें छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह साफ कर लें।
. खुले बाजार या छोटी जगहों से मांस खरीद रहे हैं तो उन्हें अच्छी तरह साफ कर लें। अधपका या कच्चा मीट खाने से बचें क्योंकि उससे संक्रमण फैल सकता है। चिकन को 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाएं।
. हाथों को बार-बार धोएं और सैनेटाइजर भी करें। साथ ही घर से बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनें।
. अच्छी डाइट लें और तरल चीजों का अधिक सेवन करें। एक्सरसाइज व योग करना ना भूलें और शराब और तंबाकू से दूरी बनाकर रखें।
. कसाईघरों में काम करने वालों के संपर्क में भूलकर भी न आएं
अंडे और चिकन से बर्ड फ्लू का कितना खतरा?
एक्सपर्ट की मानें तो अंडा या चिकन खाने से बर्ड फ्लू का खतरा नहीं है लेकिन आपको सावधानियां रखनी होगी जैसे कि ऊपर बताया गया है।
बर्ड फ्लू का इलाज
आमतौर पर मरीज को एंटीवायरल दवाएं ही दी जाती है लेकिन स्थिति गंभीर हो तो डॉक्टर उसके आधार पर इलाज करते हैं। वहीं, बर्ड फ्लू से बचने केलिए इन्फ्लूएंजा वैक्सीन भी लगवा सकते हैं।
ध्यान रखें कि बर्ड फ्लू के लक्षण दिखने पर 48 घंटे के अंदर ही जांच करवाएं क्योंकि समय पर इलाज ना करवाने पर व्यक्ति की जान भी जा सकती है।