हर महीने की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का व्रत आथा है। इस दिन शिव के पांचवे रौद्ररूप यानी भगवान भैरव की पूजा व व्रत रखने का विशेष महत्व है। आमतौर पर तंत्र-मंत्र की विद्या हासिल किए लोग ही कालभैरव की पूजा करते हैं। वहीं आम लोगों को भगवान भैरव के सौम्य रूप बटुक की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। आप इस दिन कुछ उपाय भी कर सकते हैं। मान्यता है कि इससे जीवन के संकट दूर होकर घर सुख-समृद्धि, शांति व खुुशहाली का आगमन होता है। तो आइए जानते हैं कुछ उपायों के बारे में...
श्रीकालभैरवाष्टकम् का करें पाठ
कालाष्टमी के दिन बटुक भैरव की मूर्ति के सामने सरसों तेल का दीपक जलाएं। फिर भगवान की प्रतिमा के सामने बैठ कर श्रीकालभैरवकम् का पाठ करें। अपनी मनोकामना पूरी होने तक इस पाठ को करें।
भगवान शिव को अर्पित करें बिल्वपत्र
कालभैरव भगवान शिव का रौद्र रूप है। ऐसे में इस शुभ दिन पर 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से 'ॐ नम: शिवाय' लिखें। फिर इसे शिवलिंग पर चढ़ा दें। इससे भगवान भैरव प्रसन्न होंगे और आपकी मनचाहा फल मिलेगा।
कुत्ते को खिलाएं रोटी
भगवान भैरव को खुश करने व उनकी कृपा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन काले को मीठी रोटी खिलाएं। साथ ही कोशिश करें कि कुत्ता काले रंग का हो। इस उपाय से भगवान भैरव के शनिदेव की भी कृपा आप पर बरसेगी।
भिखारी व जरूरतमंदों को वस्त्र दान करें
कालाष्टमी के दिन किसी कोढ़ी, भिखारी व जरूरतमंद को वस्त्र दान करें। इस उपाय से नौकरी व कार्यक्षेत्र से जुड़ी परेशानियां दूर होगी। साथ ही तरक्की के रास्ते खुलेंगे।
भैरव मंदिर जलाएं अगरबत्ती
कालाष्टमी के दिन भैरव मंदिर में जाकर 33 गुलाब, चंदन और गुगल की अगरबत्ती जलाएं। इस उपाय से जीवन के कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
40 दिनों तक करें काल भैरव का दर्शन
कालाष्टमी के दिन से शुरू होकर 40 दिनों तक लगातार काल भैरव मंदिर जाकर दर्शन करें। इस उपाय से भगवान भैरव प्रसन्न होंगे और आपकी मनोकामना पूरी होगी।
चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ाए
कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव को चमेली का तेल और सिंदूर चढ़ाएं। इस उपाय से पैसों की किल्लत दूर होगी। आम के नए स्त्रोत खुलेंगे। घर में सुख-समृद्धि व शांति का वास भी होगा।
नींबू की माला चढ़ाएं
कालभैरव को नींबू की माला अर्पित करें। इससे मनचाहा फल मिलेगा।
काले तिल, उड़द दाल व काले कपड़े मंदिर में चढ़ाएं
अगर आप बुरी नजर या किसी तरह की नकारात्मक शक्ति से परेशान है तो कालाष्टमी के दिन भैरव जी को 11 रूपए या क्षमता अनुसार पैसे अर्पित करें। साथ ही काले तिल, काली उड़द दाल व काले कपड़े मंदिर में भैरव जी को चढ़ाएं। इस उपाय से बुरी नजर व नकारात्मक शक्तियों बचाव होगा।