कोरोना वायरस की चपेट में बुजुर्गों, बच्चों के अलावा कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग भी आसानी से आ रहे हैं। इसके अलावा जो लोग पहले से ही किसी बीमारी, जैसे अस्थमा, डायबिटीज, ऑटोइम्यून डिसीज, ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी से ग्रस्त है उन्हें भी कोरोना होने का खतरा अधिक है।
दरअसल, जो लोग पहले से ही किसी बीमारी से ग्रस्त होते हैं उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। यह वजह है कि वो जल्दी इस वायरस की चपेट में आ जाते हैं, खासकर डायबिटीज से ग्रस्त लोग।
कोरोना और डायबिटीज में क्या है संबंध?
एक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस टाइप-1 या टाइप-2 दोनों तरह के डायबिटिक पेशेंट के लिए खतरनाक है। डायबिटीज मरीजों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिसकी वजह से उनमें कोरोना का खतरा ज्यादा होता है।
कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज थे डायबिटिक पेशेंट
आंकड़ों की मानें तो डायबिटीज की बीमारी की वजह से कोरोना की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या ज्यादा है। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें कोरोना वायरस से मरने वाले लोग पहले से ही डायबिटीज के मरीज थे।
डाइट का रखें खास-ध्यान
हर आधे घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें। डाइट में हेल्दी चीजें शामिल करें और अनहैल्दी फूड्स से दूर रहें। ऐसी चीजें अधिक खाएं, जो डायबिटीज को कंट्रोल और इम्यून सिस्टम बढ़ाने में मददगार हो।
बिना पूछे ना ले दवा
अगर बुखार, गले में खराश या जोड़ों में दर्द की शिकायत है तो खुद से दवा लेने की बजाए डॉक्टर से चेकअप करवाएं।
स्ट्रेस लेने से बचें
तनाव लेने से बचें क्योंकि इससे हार्मोन्स की वजह से बॉडी में ग्लूकोज का स्तर बढ़ सकता है और इम्यूनिटी कम हो सकती है। नेगेटिव खबरों से दूर रहें। गुस्सा ना करें और सकारात्मक सोचें। खुद को किसी ना किसी काम में व्यस्त रखें।
ऐसे करें बचाव
कोरोना से बचने के लिए डायबिटीज के मरीजों को अपना खास-ख्याल रखने की जरूरत है।
. बार-बार हाथ धोने और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करते रहें।
. दरवाजों के हैंडल और कीटाणु वाली सतह को छूने से बचें।
. डायबिटीज को कंट्रोल में रखें।
. घर पर ही ग्लूकोज मीटर से अपना शुगर लेवल चेक करते रहें।
. घर में भी कुछ न कुछ करते रहें क्योंकि डायबिटीज के मरीजों को एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। दिन की शुरुआत कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज से करें।
. सोशल डिस्टेंसिग का खास ख्याल रखें।
. हर दिन एक ही समय पर उठें, नहाएं और एक्टिव रहें।
. एक ही जगह पर घंटों तक लगातार बैठकर काम ना करें। हर 5 मिनट में ब्रेक लें।
. हर दिन कम से कम 8 से 10 घंटे की नींद जरूर लें।