दिवाली पर्व धनतेरस के दिन से शुरु हो जाता है। माना जाता है कि इसी शुभ दिन पर समुद्र मंथन दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। ऐसे में इस दिन को धनतेरस और धनंवतरि जयंती भी कहा जाता है। इस दिन बाजार से सोने-चांदी व अन्य चीजों को खरीदने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इन चीजों को खरीदने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। मगर इस दौरान कुछ चीजें खरीदने से बचना चाहिए। नहीं तो घर में परेशानियों का आगमन हो सकता है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इस खास मौके पर किन चीजों को खरीदने से बचना चाहए...
लोहे की चीजें खरीदना अशुभ
ज्योतिष शास्त्र अनुसार लोहा न्याय के देवता शनिदेव का कारक माना जाता है। ऐसे में धनतेरस के दिन लोहे की कोई चीज खरीदने से आपको शनिदेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। इसलिए इस शुभ पर्व पर लोहे की कोई चीज न खरीदने में ही भलाई है।
एल्युमिनियम
धनतेरस पर कई लोग एल्यूमीनियम से बनी चीजें खरीदते हैं। मगर इसे खरीदने से बचना चाहिए। असल में यह धातु राहु का कारक मानी जाती है। ऐसे में इसे खरीदने से आप पर राहु का प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में इसे खरीदने व घर लाने की गलती न करें।
स्टील
आमतौर पर लोग घरों में स्टीम के बर्तन इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में वे धनतेरस के दिन स्टील के बर्तन खरीदते हैं। मगर एल्यूमीनियम की तरह स्टील भी राहु का कारक माना जाता है। इसके साथ ही यह मानव निर्मित यानि इंसान द्वारा बनाई गई चीज है। ऐसे में धनतेरस के दिन स्टील की कोई चीज खरीदने की गलती न करें।
कांच का सामान
लोग मेहमानों के लिए या किसी खास अवसर पर कांच की क्रोकरी इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में वे धनतेरस पर भी कांच की बनी चीजें खरीदते हैं। मगर कांच का संबंध भी राहु से माना जाता है। ऐसे में इसे खरीदना अशुभ होगा।
काले रंग की चीजें
काले रंग को दुर्भाग्य का सूचक माना जाता। ऐसे में धनतेरस के अवसर पर काले रंग की कोई चीज खरीदने व घर लाने से बचें। नहीं तो आप परेशानियों से घिर सकते हैं।
धारधारी चीजें
इस शुभ अवसर पर कैंची, चाकू, छन्नी आदि तीखी व धारधारी चीजें खरीदने से बचें। इससे घर में अशांति फैल सकती है।