
नारी डेस्क: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 1960 और 70 के दशक की लोकप्रिय अभिनेत्री नाजिमा अब हमारे बीच नहीं रहीं। 77 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है और उनके चाहने वाले बेहद मायूस हैं।
भाई ने दी निधन की जानकारी
नाजिमा के निधन की पुष्टि उनके भाई ने की है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि उनकी मौत की असली वजह क्या थी।
कौन थीं नाजिमा?
नाजिमा का जन्म 25 मार्च 1948 को हुआ था। फिल्मों में उन्होंने कई बार बहन, ईमानदार दोस्त और सच्चे किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी। उनके अभिनय की वजह से ही उन्हें बॉलीवुड की 'रेजिडेंट सिस्टर' यानी 'हमेशा बहन का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री' कहा जाने लगा।
फिल्मी करियर की शुरुआत
नाजिमा ने बहुत ही कम उम्र में फिल्मों में कदम रखा। एक बाल कलाकार के रूप में वे ‘बेबी चांद’ नाम से जानी जाती थीं। 1964 में आई फिल्म ‘अप्रैल फूल’ (निर्देशक: सुबोध मुखर्जी) में उन्हें लोगों ने पहली बार बड़े ध्यान से देखा और सराहा। इसके बाद वे 1968 की सुपरहिट फिल्म ‘आए दिन बहार के’ (निर्देशक: जे. ओम प्रकाश) में नज़र आईं। यह फिल्म कई जगहों पर सिल्वर जुबली भी मनाई थी।
Devdas समेत कई फिल्मों में निभाया यादगार रोल
नाजिमा ने अपने करियर में Devdas जैसी कई बड़ी फिल्मों में काम किया। उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में सपोर्टिंग रोल निभाए, लेकिन अपने अभिनय की गहराई और भावनाओं से दर्शकों पर गहरा असर छोड़ा।
फैंस और फिल्म इंडस्ट्री की ओर से श्रद्धांजलि
नाजिमा के निधन की खबर सुनकर फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने सोशल मीडिया पर शोक जताया है। लोग उन्हें याद कर रहे हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। श्रद्धांजलि नाजिमा जी को उन्होंने हिंदी सिनेमा को जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।