पूरा देश इस समय कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है ऐेसे में हमें हर हाल में बचाने वाले कोरोना वॉरियर्स अपनी ड्यूटी से पीछे नही हट रहे वे दिन रात अपनी सेवा से लोगों को एक नया जीवन दे रहे है। कोरोना वॉरियर्स जहां लोगों को बचाने का काम रहे हैं वहीं वह अपने कर्त्तव्य को महत्व भी दे रहें है और इसी ज्जबे को दिखाया एक नर्स ने जो कि चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है। कोरोना की जंग में जुटी नर्स शर्मीला की शादी 1 मई को होनी थी लेकिन अपनी शादी से पहले उसने अपने कर्तव्य को आगे रखा और बिना सोचे मोर्चे पर डटी रही।
चंडीगढ़ सेक्टर 49 की डिस्पेंसरी में तैनात नर्स शर्मीला कुमारी की शादी 1 मई को होनी थी। सब काम हो चुके थे, घर में पूरी तैयारियां भी हो चुकी थी इतना ही नही शादी के कार्ड भी छप चुके थे लेकिन शादी से ठीक 3 -4 दिन पहले इस कोरोना योद्धा नर्स ने यह कहकर शादी करने से मना कर दिया कि अब वह इस महामारी के खत्म होने के बाद ही दुल्हन बनेगी।
शर्मीला ने दुल्हन के कपड़ों की बजाए पीपीई किट पहनी और आजकल वह सेक्टर 26 मंडी में आने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच कर रही है। आपको बता दें शर्मीला हिमाचल के बिलासपुर की निवासी है, जो चंडीगढ़ सेक्टर 15 में पीजी में रह रही हैं। शर्मीला की ड्यूटी आजकल सेक्टर 26 मंडी में थर्मल स्कैनर पर है।
ड्यूटी से मुंह फेरती तो खुद को कभी माफ नही करती
शर्मिला आगे बताती है कि हर लड़की के लिए शादी बहुत अहमियत रखती है ये हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है लेकिन मैं पहले भारतीय हूं। इस समय मेरे देश को मेरी जरूरत है। शादी तो जिंदगी के किसी भी मोड़ पर हो जाएगी लेकिन इस वक्त अपनी ड्यूटी से मुंह फेर लेती तो खुद को कभी माफ नहीं कर पाती। मम्मी-पापा को बताया तो वे भी राजी हो गए उन्होंने भी मुझे मना नही किया। अपने फियांसे दिनेश भारद्वाज से बात की। उन्होंने भी मेरे फैसला को समाज हित में बताया।