शारदीय नवरात्रि के पावन दिन चल रहे हैं। इस दौरान लोग देवी दुर्गा की असीम कृपा पाने के लिए पूजा व व्रत करते हैं। मान्यता है कि इससे देवी दुर्गा की असीम कृपा मिलती है। जीवन की समस्त परेशानियां दूर होकर घर में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु और शिव जी ने भी आदि शक्ति मां दुर्गा की पूजा की थी। नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा की सप्तशती, अर्गलास्त्रोत, कवच और दुर्गा चालीसा आदि का पाठ करने का विशेष महत्व है। इसके साथ ही देवी मां के 108 नामों का जाप करना भी शुभ माना जाता है।
ऐसे करें देवी मां के पवित्र नामों का जाप
नवरात्रि दौरान रोजाना सुबह जल्दी उठकर नहाएं व साफ कपड़े पहने। उसके बाद मंदिर या घर के पूजा स्थल पर देवी मां के सामने घी का दीपक जलाएं। उन्हें लाल रंग के फूल चढ़ाएं और मिठाई का भोग लगाएं। फिर आसन बिछाकर बैठें और लाल चंदन की माला से माता के नामों का जप करें। मान्यता है कि माता के 108 नामों का जाप करने से देवी मां जल्दी ही प्रसन्न होती है।
चलिए जानते हैं मां दुर्गा के उन पावन 108 नाम...
1. सती
2. साध्वी
3. भवप्रीता
4. भवानी
5. भवमोचनी
6. आर्या
7. दुर्गा
8. जया
9. आद्या
10. त्रिनेत्रा
11. शूलधारिणी
12. पिनाकधारिणी
13. चित्रा
14. बुद्धि
15. महातपा
16. मन
17. चंद्रघंटा
18. अहंकारा
19. चित्तरूपा
20. चिता
21. अनंता
22. सर्वमंत्रमयी
23. सत्ता
24. सत्यानंदस्वरुपिणी
25. चिति
26. चिंता
27. भव्या
28. अभव्या
29. भाविनी
30. शाम्भवी
31. देवमाता
32. सदागति
33. रत्नप्रिया
34. सर्वविद्या
35. दक्षकन्या
36. दक्षयज्ञविनाशिनी
37. अपर्णा
38. अनेकवर्णा
39. पाटला
40. पाटलावती
41. पट्टाम्बरपरिधाना
42. कलमंजरीरंजिनी
43. अमेयविक्रमा
44. क्रूरा
45. सुंदरी
46. सुरसुंदरी
47. वनदुर्गा
48. मातंगी
49. मतंगमुनिपूजिता
50. माहेश्वरी
51. ब्राह्मी
52. ऐंद्री
53. कौमारी
54. वैष्णवी
55. चामुंडा
56. वाराही
57. उत्कर्षिनी
58. पुरुषाकृति
59. विमला
60. लक्ष्मी
61. ज्ञाना
62. क्रिया
63. नित्या
64. बुद्धिदा
65. बहुला
66. बहुलप्रिया
67. सर्ववाहनवाहना
68. निशुंभशुंभहननी
69. महिषासुरमर्दिनी
70. मधुकैटभहंत्री
71. चंडमुंडविनाशिनी
72. सत्या
73. सर्वदानवघातिनी
74. सर्वशास्त्रमयी
75. सर्वसुरविनाशा
76. अग्निज्वाला
77. अनेकशस्त्रहस्ता
78. अनेकास्त्रधारिणी
79. कुमारी
80. एककन्या
81. कैशोरी
82. युवती
83. यति
84. अप्रौढ़ा
85. प्रौढ़ा
86. वृद्धमाता
87. बलप्रदा
88. महोदरी
89. मुक्तकेशी
90. घोररूपा
91. महाबला
92. सर्वास्त्रधारिणी
93. रौद्रमुखी
94. कालरात्रि
95. तपस्विनी
96. नारायणी
97. भद्रकाली
98. विष्णुमाया
99. जलोदरी
100. परमेश्वरी
101. कराली
102. अनंता
103. शिवदुती
104. कात्यायनी
105. सावित्री
106. प्रत्यक्षा
107. ब्रह्मावादिनी
108. सुधा