कोरोना के चलते 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। बतां दें कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, निर्मला सीतारमण मौजूद थे। इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस मीटिंग में शामिल हुए।
पढ़िए, पीएम मोदी ने क्या कहा?
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा न कराने का निर्णय लिया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि महत्वपूर्ण है और इससे कतई समझौता नहीं किया जा सकता।
छात्रों के हितों में ध्यान रखकर यह फैसला लिया गया है - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि, बच्चों, अभिभावकों और अध्यापकों के अंदर की बेचैनी को खत्म करना जरूरी है। छात्रों को एग्जाम में प्रवेश के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। पीएम ने कहा कि यह छात्रों के हितों में ध्यान रखकर लिया गया निर्णय है। सरकार की ओर से एक बयान में कहा गया कि कोविड-19 को लेकर अनिश्चितता के माहौल को देखते हुए सीबीएसई परीक्षा को लेकर विभिन्न पक्षों से सलाह-मशविरा किया। इस पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि सीबीएसआई की 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं इस साल आयोजित न कराई जाएं।
इसके अलावा यह भी फैसला लिया गया है कि CBSE एक बेहद स्पष्ट मानदंड तैयार कर समयबद्ध तरीके से कक्षा 12वीं के छात्रों का परिणाम तैयार करने की व्यवस्था करेगा।
पीएम मोदी के इस फैसले से खुश हुए अरविंद केजरीवाल-
बतां दें कि इससे पहले कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लगातार बोर्ड की परीक्षा को रद्द करने की मांग उठ रही थी। इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था, साथ ही ये मांग की थी कि बच्चों के अभिभावकों की चिंता को ध्यान में रखते हुए इस साल भी पिछले साल की तरह परफॉर्मेंस के आधार पर आकलन किया जाए। परीक्षा रद्द होने के फैसले का सीएम केजरीवाल ने स्वागत करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। हम सब बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित थे, बड़ी राहत।