रुद्राक्ष को भगवान शिव की कृपा का प्रतीक है। माना जाता है कि यह शिव जी के आंसू के उत्पन्न हुआ था। ऐसे में यह बेहद ही पवित्र व पूजनीय है। मान्यता है कि इसे धारण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जीवन की समस्याओं से छुटकारा मिलने के साथ शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रुप से लाभ मिलता है। तो चलिए आज हम आपको इसे धारण करने के फायदे बताते हैं। मगर उससे पहले जानते हैं इसके प्रकार...
रुद्राक्ष के प्रकार
असल में, रुद्राक्ष एक नहीं बल्कि कई के होते हैं। ऐसे में इन्हें इनके मुख के आधार पर नाम नाम दिए गए हैं जैसे कि एक मुखी, दो मुखी, तीन मुखी, चार मुखी आदि। साथ ही हर एक रुद्राक्ष को धारण करने का अपना एक अलग महत्व है। ऐसे में आप इसकी माला अपनी समस्या के मुताबिक धारण कर सकते हैं। वैसे तो ये कुछ इक्कीस मुखी व एक गौरी शंकर रुद्राक्ष होता है। मगर आज हम आपको एक मुखी रुद्राक्ष से लेकर नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे बताते हैं।
तो चलिए जानते हैं इन रुद्राक्ष के बारे में...
एक मुखी रुद्राक्ष
भगवान शिव के इस रुद्राक्ष को सबसे चमत्कारी माना जाता है। इसे धारण करने से बल और सुख दोनों की प्राप्ति होती है। एकाग्रता शक्ति बढ़ने में मदद मिलती है।
दो मुखी रुद्राक्ष
इसे भगवान शिव और देवी पार्वती का रूप माना जाता है। मान्यता है कि इसे धारण करने से जीवन में मानसिक शांति व प्यार बना रहता है। साथ ही मनचाहा फल मिलता है। इसके साथ ही इसे धारण करने वाले का अपने गुरु, माता-पिता, मित्र व पति/पत्नी से बहुत ही मजबूत संबंध बनते हैं।
तीन मुखी रुद्राक्ष
त्रिदेव रूप माने जाने वाले इस रुद्राक्ष को धारण करने से विद्या और सिद्धि प्राप्त होती है। इतना ही नहीं इसे पहनने से आत्मविश्वास बढ़ाता है। जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिलने के साथ घर में सुख-समद्धि व खुशहाली आती है।
चार मुखी रुद्राक्ष
चार मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्मरूप माना जाता है। मान्यता है कि इसे धारण करने से चतुर्विध फल मिलता है। साथ ही यह रचनात्मकता और बुद्धि बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा इससे स्मरणशक्ति तेज होती है।
पांच मुख रुद्राक्ष
पंचमुख शिव स्वरूप माने जाने वाले इस रुद्राक्ष को धारण करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। जीवन में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होता है। साथ ही यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर मरीजों द्वारा इसे धारण करना फायदेमंद रहता है।
छह मुखी रुद्राक्ष
छह मुखी रुद्राक्ष को शिव जी व माता पार्वती के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय का रूप माना जाता है। मान्यता है कि इसे धारण करने से जीवन में हर तरह की बुराई का अंत होता है। जीवन के सभी दुःख दूर होकर रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है।
सात मुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को अनंत कहते हैं। इसे धारण करने से अन्न, धन व अन्य सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। ऐसे में व्यक्ति मानसिक, शारीरिक व आर्थिक तौर पर समृद्ध रहता है।
आठ मुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को अष्टमूर्ति भैरवरूप भी कहा जाता है। इसे धारण करने से जीवन के सभी दुखों का निवारण हो जाता है। डर व शत्रुओं पर जीत हासिल होने के साथ मन में शांति का अहसास होता है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि व शांति का वास होता है।
नौ मुखी रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष व्यक्ति को सर्वेश्वर बनाता है। इसे धारण करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है। साथ ही शक्ति और ऊर्जा भी मिलती है।