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हर बीमारी का काल है चंद्र नमस्कार, वरुण धवन से सीखें सही तरीका

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 13 Jul, 2020 10:36 AM
हर बीमारी का काल है चंद्र नमस्कार, वरुण धवन से सीखें सही तरीका

लॉकडाउन के चलते बॉलीवुड सेलेब्स घर पर ही एक्सरसाइज व योगा करके खुद को फिट रख रहे हैं। वहीं हाल ही में बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन ने चंद्र नमस्कार यानी मून सल्यूटेशन पोज करते हुए नजर आए है। दरअसल, उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर किया है, जिसमें वह योग ट्रेनर मिहिर जोग के साथ चंद्र नमस्कार कर रहे हैं। चलिए आपको बताते हैं इस योगासन को करने के फायदे व सही आसन।

सूर्य व चंद्र नमस्कार में क्या है फर्क?

सूर्य नमस्कार शरीर व दिमाग को तेज और बल देता है जबकि चंद्र नमस्कार से शरीर व दिमाग को शीतलता और शांति मिलती है। वहीं सूर्य नमस्कार सुबह और चंद्र नमस्कार शाम के समय किया जाता है। अगर आप रात में कर रहे हैं तो खाली पेट यह योग करें।

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चन्द्र नमस्कार की विधि

1. प्राणायाम (प्रार्थना मुद्रा):

इसके लिए सीधे खड़े होकर हथेलियों को प्रार्थना की मुद्रा में जोड़ें। फिर सांस लेते हुए हाथों को आगे व ऊपर और शरीर को ऊपर की तरफ खींचे। अब हाथों को धीरे-धीरे पीछे की तरह करते हुए झुकने की कोशिश करें। इस दौरान कोहनी व घुटने सीधे और सिर ऊपर होना चाहिए। 

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2. पादहस्तासन (हाथ से पैर की मुद्रा):

सांस छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें और हाथों को जमीन पर रखकर घुटनों को मोड़ लें। अब हाथों व घुटनों को सीधा करें।

3. अश्व संचलाना (अश्वारोही मुद्रा):

दाएं पैर को पीछे की तरफ धकेलने की कोशिश करें। इसके बाद दाहिने धुटने को झुकाते हुए ऊपर की ओर देखें।

4. दंडासन (स्टिक पोज़):

सांस को कुछ देर रोक कर बाएं पैर को पीछे की ओर ले जाएं और घुटने बिल्कुल सीधे रखें। साथ ही शरीर को भी सीधी रेखा में रखें।

5. शिशुसाना (बाल मुद्रा):

धीरे-धीरे सांस-अंदर बाहर खीचें और कूल्हों को एड़ी तक ले जाएं। अब घुटनों की ओर माथे की तरफ लाएं। इस दौरान हाथों को सामने की तरफ मजबूती से रखें।

6. अष्टांग नमस्कार (आठ भागों या अंकों के साथ नमस्कार):

इसके लिए ठोड़ी को जमीन पर रखकर आगे की ओर बढ़ें। ठोड़ी, छाती, हथेलियां, घुटने, व पैर के तलवे छूते हुए आसान करें।

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7. भुजंगासन (कोबरा मुद्रा):

सांस लेते हुए धीरे-धीरे भुजंगासन स्थिति में आए और कंधों के नीचे हाथ, कोहनी एड़ी के पास लाएं। पेल्विक को जमीन पर रखकर ऊपर ऊठाएं और फिर पीठ को हल्का मोड़ते हुए झुकें।

8. पर्वतवासन (पर्वत मुद्रा):

सांस लेते हुए उल्टे 'V’ की स्थिति में हाथ व पैर को फैला लें। फिर एड़ी को जमीन पर टिकाते हुए ऊपर की तरफ देखें।

चलिए अब जानते हैं चंद्र नमस्कार के फायदे...

. इस पोज को करने से मन शांत होता है। अगर आप तनाव, एंग्जाइटी या डिप्रेशन से जूझ रहे हैं तो यह आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है।
. रोजाना इस पोज को करने से शरीर में सूजन कम होती है।
. यह आसन कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने से साथ दिल को भी स्वस्थ रखता है।
. वजन घटाने में भी यह योग बेहद मददगार है। साथ ही इससे बॉडी को परफेक्ट फिगर भी मिलती है।
. नियमित रूप व सही तरीके से यह योग करने से पुराने दर्द से भी आराम मिलता है।
. अगर आपको नींद नहीं आती तो यह योग करें। इससे दिमाग शांत होता है, जिससे आपको नींद अच्छी आती है।
. इससे शरीर में लचीलापन और संतुलन आता है।
. अगर आपको माइग्रेन का दर्द रहता है तो यह आसन आपके लिए बेहद फायदेमंद है।
. यह योग श्वसन प्रणाली, ब्लड सर्कुलेशन और पाचन तंत्र के कार्य को बढ़ाता है।

महिलाओं के लिए भी फायदेमंद

अनिमित पीरियड्स और गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह आसान बहुत फायदेमंद है। साथ ही इससे रोजाना होने वाली पीठ व कमर दर्द से भी छुटकारा मिलता है।

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