सुल्ली डील्स के बाद अब बुल्ली बाई नाम की ऐप ने नया विवाद खड़ा कर दिया। एक महिला पत्रकार ने कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया कि - मुस्लिम महिलाओं को शर्मिंदा करने और उनका अपमान करने के इरादे से उनकी ऐसी तस्वीर एक वेबसाइट पर डाली गई जिससे छेड़छाड़ की गई थी। आरोप है कि बुलीबाई (Bully Bye) नाम से ऐप पर तस्वीरों को अपलोड किया गया है।
ऑनलाइन दी गई शिकायत
एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल में काम करने वाली इस महिला पत्रकार ने सोशल मीडिया और इंटरनेट पर मुस्लिम महिलाओं को परेशान करने और उनका अपमान करने की कोशिश कर रहे अज्ञात व्यक्तियों के समूह के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने और जांच करने की मांग की है। शिकायत में कहा गया है- मैं यह जानकर स्तब्ध रह गई कि ‘‘बुल्लबाई डाट गिथुब डाट आईओ’ नामक एक वेबसाइट/पोर्टल पर मेरी एक अनुचित, अस्वीकार्य तस्वीर है जिससे छेड़छाड़ की गई है। इस संबंध में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, क्योंकि इसका उद्देश्य मुझे और अन्य स्वतंत्र महिलाओं एवं पत्रकारों को परेशान करना है।
जांच में जुटी पुलिस
दिल्ली पुलिस ने ट्विटर पर जवाब देते हुए कहा कि इस मामले का संज्ञान ले लिया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामला भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 509 (शब्द, भाव या कृत्य से किसी महिला की गरिमा का अपमान करना) और 354ए (यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत दर्ज किया गया है। महिला पत्रकार ने शिकायत में कहा- 'बुली बाई' शब्द अपने आप में अपमानजनक है और इस वेबसाइट/पोर्टल की सामग्री का उद्देश्य स्पष्ट रूप से मुस्लिम महिलाओं का अपमान करना है। पूरी वेबसाइट देखकर ऐसा लगता है कि यह मुस्लिम महिलाओं को शर्मिंदा करने और उनका अपमान करने के इरादे से डिजाइन की गई है।
क्या है बुली बाई एप
सुल्ली डील्स' की तरह 'बुल्ली बाई' ऐप भी GitHub पर बनाया और इस्तेमाल किया गया है। इस एप पर मुस्लिम महिलाओं की सोशल मीडिया से तस्वीरें उठाकर अपलोड कर दी जाती हैं। एप पर महिला की तस्वीर के साथ लिखा जाता है, 'योर बुल्ली बाई ऑफ द डे'....इन तस्वीरों को शेयर कर इनकी नीलामी भी की जा रही है। हालांकि विवाद के बाद ऐप से तस्वीर को हटा लिया गया। ऐप से जुड़े एक ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने किया विरोध
वहीं शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले में कहा- होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब का इस्तेमाल करते हुए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें एक ऐप पर अपलोड की गई हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- मैंने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री माननीय अश्विनी वैष्णव जी उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का कई बार आग्रह किया जो सुल्लीडील्स जैसे प्लेटफार्म के जरिये महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। शर्म की बात है कि इसे नजरअंदाज किया जा रहा है।’