मशहूर डांसर सपना चौधरी ने जितना नाम कमाया है उतनी ही वह विवादों में रही है। एक बार फिर वह मुश्किलों में फंस गई है। लखनऊ की एक अदालत ने 4 साल पुराने मामले में सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। इससे पहले उनके खिलाफ 18 नवंबर 2021 में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
30 सितंबर को होगी अगली सुनवाई
अदालत ने डांस कार्यक्रम रद्द करने और टिकट धारकों को पैसे नहीं लौटाने के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शांतनु त्यागी ने सुनवाई की अगली तारीख 30 सितंबर तय की है। नवंबर 2021 में भी इसी अदालत द्वारा मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था जिसके बाद सपना चौधरी ने अदालत में हाजिर होकर अपनी जमानत करा ली थी।
अदालत में हाजिर नही हुई सपना
खबरों के मुताबिक सपना को सुनवाई के लिए सोमवार को हाजिर होना था लेकिन वह अदालत में हाजिर नही हुईं और न ही उनकी ओर से कोई अर्जी दी गई। इस पर अदालत ने कडा रुख अपनाते हुए सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया।बता दें कि 13 अक्टूबर 2018 को आशियाना थाने में सपना चौधरी पर एफआईआर हुई थी।
क्या है पूरा मामला
खबरों के मुताबिक, 13 अक्टूबर 2018 को दोपहर तीन बजे से रात 10 बजे तक स्मृति उपवन में सपना चौधरी का डांस शो समेत अन्य कार्यक्रम थे, जिसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट 300 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से बेचे गए थे, लेकिन सपना चौधरी रात 10 बजे तक नहीं आई। ऐसे में दर्शकों ने खूब हंगामा किया।
सपना ने इस कार्यक्रम के लिए जो पैसा लिया था वो भी आयोजकों को वापस नहीं किया।