अकसर हम देखते हैं कि मां अपने बच्चे के लिए अपनी जान भी देने के लिए तैयार रहती है, तभी तो मां को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। पर जरा सोचिए जिस मां ने बच्चे को पैदा करने के लिए खुद की जान की बाजी लगा दी वह उस मासूम की जान कैसे ले सकती है। ऐसा देखने को मिला है कर्नाटक में जहां कलयुगी मां ने अपने बच्चे के साथ जो किया वह सुन लोगों का रिश्तों से विश्वाश ही उठ जाएगा।
कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के दांडेली तालुक में 26-वर्षीया एक महिला ने पति से झगड़ा होने के बाद अपने छह साल के दिव्यांग बेटे को मगरमच्छ से भरी नदी में फेंक दिया। नदी से बच्चे का शव निकाला गया तो उसके शरीर पर गंभीर चोटें, काटने के निशान थे और उसका एक हाथ गायब था। इससे पता चलता है कि मगरमच्छ ने बच्चे का शिकार किया।
पुलिस ने बताया कि दंपती अक्सर अपने बड़े बेटे की स्थिति को लेकर एक-दूसरे से लड़ते थे। वह जन्म से ही बोल नहीं पाता था। उनका दो साल का एक और बेटा भी है। उन्होंने बताया कि सावित्री का 27-वर्षीय पति रवि कुमार बड़े बेटे की दिव्यांगता पर अक्सर उससे झगड़ा करता था और उससे सवाल करता था कि उसने ऐसे बच्चे को जन्म क्यों दिया। कभी-कभी तो वह कथित तौर यह भी कह देता था कि 'बच्चे को फेंक दो'।
पुलिस के अनुसार, शनिवार को सावित्री का फिर इसी बात पर पति से झगड़ा हुआ, जिससे नाराज होकर उसने कथित तौर पर अपने बड़े बेटे को मगरमच्छ से भरी नदी में फेंक दिया। पड़ोसियों ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से बच्चे को बचाने के लिए तलाशी अभियान चलाया। अधिकारी ने बताया कि हमने मामला दर्ज कर पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।