कोरोना वायरस की त्रासदी से पूरा देश ही जूझ रहा है। इस दौरान जहां लोगों के एक-जुट होने और डॉक्टर-पुलिस व अन्य कर्मचारियों को सहयोग देने की खबरें सामने आ रही हैं वहीं उन पर लाठियां, ईंट-पत्थर बरसाने वाली खबरें समाज को शर्मसार कर देती हैं। मगर, हाल ही में केरल से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुनने के बाद हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
कोरोना पॉजिटिव महिला के साथ हुआ दुष्कर्म
दरअसल, केरल में एक कोविड पॉजिटिव महिला के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। खबरों के मुताबिक, कोविड पॉजिटिव महिला को हॉस्पिटल ले जाते वक्त एम्बुलेंस के ड्राइवर ने ही रास्ते में ही इस घटना को अंजाम दिया।
एम्बुलेंस ड्राइवर ने की घिनौनी हरकत
महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्द कर तुरंत जांच शुरू कर दी। वहीं, जिला पुलिस ने आरोपी नौफल को भी हिरासत में ले लिया है। बता दें कि आरोपी स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट की 109 एंबुलेंस सर्विस में नौकरी करता है। खबरों के मुताबिक, ड्राइवर ने एक सुनसान जगह पर एम्बुलेंस रोककर महिला के साथ यह घिनौनी हरकत की।
महिला ने हॉस्पिटल पहुंच दर्ज करवाई रिपोर्ट
महिला ने हॉस्पिटल पहुंचने के बाद डॉक्टरों को घटना के बाद बताया, जिसके तुरंत बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। महिला का बयान दर्ज करने के बाद उन्हें स्पेशल काउंसिलिंग दी गई हैं। इसके साथ ही उनका कोरोना इलाज भी चल रहा है।
आखिर कब सुरक्षित होंगी देश की महिलाएं?
भले ही आरोपियों को सजा मिल जाए लेकिन सवाल यह उठता है कि देश में इतने सख्त कानून होने के बाद भी महिलाओं के साथ ऐसी अभद्र घटनाएं होती ही क्यों है। आज भी देश में लाखों महिलाओं के यौन हिसां, छोड़खानी, घरेलू हिंसा, एसिड अटैक जैसी घटाओं का शिकार होना क्यों पड़ रहा है?
अब ये मामला सिर्फ पोस्टर, बैनर, पैम्पलेट और मोमबत्तियों तक सीमित ही सीमित नहीं रहना चाहिए। निर्भया की तरह हर उस बेटी को इंसाफ मिलना चाहिए, जो ऐसी हिंसा का शिकार हुई हो। यह स्थिति तभी बदलेगी जब महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा पर कड़े एक्शन लिए जाएं। देश का कानून इतना सख्त होना चाहिए कि कोई भी देश की बेटियों को आंख उठाकर भी ना देख पाए।