कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस साल भी भक्तजन बाबा बर्फानी के दर्शन नहीं कर पाएंगे। सरकार ने अमरनाथ यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया है। इससे पहले 2020 में भी कोरोना के चलते अमरनाथ यात्रा को कैंसिल कर दिया गया था। हालांकि, श्रद्धालु 28 जून से ऑनलाइन दर्शन कर पाएंगे। श्री अमरनाथ छड़ी मुबारक 22 अगस्त को गुफा में ले जाया जाएगा।
लोगों की जानें बचाना अहम है-
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा कैंसिल रद्द होने की जानकारी देते हुए कहा कि लोगों की जानें बचाना अहम है। इसलिए यह फैसला लिया गया है।
कोरोना संकट के चलते श्री अमरनाथजी की यात्रा रद्द की गई-
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के ट्विटर अकाउंट से इस बारे में जानकारी दी गई है। गवर्नर ने ट्वीट कर लिखा कि कोरोना संकट के चलते श्री अमरनाथजी की यात्रा रद्द कर दी गई है। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सदस्यों से चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है। इस बार यात्रा सिर्फ प्रतीकात्मक ही रहेगी।
28 जून को पहलगाम और बालटाल मार्गों से शुरू होनी थी अमरनाथ तीर्थयात्रा-
इसके साथ ही मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकार जल्द ही वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा आयोजित करने पर फैसला करेगी, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि लोगों की जान बचाना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हिमालय के ऊंचाई वाले हिस्से में 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव के गुफा मंदिर के लिए 56-दिवसीय यात्रा 28 जून को पहलगाम और बालटाल मार्गों से शुरू होनी थी और यह यात्रा 22 अगस्त को समाप्त होती। लेकिन इस साल बी कोरोना को देखते हुए अमरनाथजी की यात्रा रद्द कर दी गई है।
अमरनाथ गुफा पर सभी धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा-
हालांकि अमरनाथ गुफा पर सभी धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा, जिनकी परंपरा रही है।' गवर्नर ने कहा कि लोगों की जानें बचाना अहम है। इसलिए लोगों के व्यापक हित में एक बार फिर से यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है।