आमतौर पर देखा जाता है कि हम जान-बूझकर कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो न सिर्फ घर की शांति भंग करती हैं बल्कि धन की हानि भी करती हैं। वास्तु के अनुसार, कई बार लोग बिना सोचें कीमती चीजें जमीन पर रख देते हैं, जिसके कारण लगातार धन की हानि और शांति की कमी के कारण घर का वातावरण भी दूषित होता है।आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहा है, जो घर में धन की हानि का मुख्य कारण हो सकती हैं।
शिवलिंग को जमीन में न रखें
शिवलिंग को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, शिव में पूरे ब्रह्मांड की ऊर्जा समाहित है लेकिन इसे जमीन पर नहीं रखना चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर जाती है। शिवलिंग कोहमेशा पूजा स्थल पर किसी साफ जगह पर स्थापित करें।
पूजा का दीया
पूजा के दौरान घर में दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि दीपक से निकलने वाली रोशनी घर में सकारात्मकता लाती है। इसलिए पूजा का दीपक कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए। दीपक को हमेशा थाली या मंदिर में दीपक स्टैंड में रखें।
जमीन पर न लगाएं शालिग्राम
हिंदू धर्म में शालिग्राम को अत्यधिक पूजनीय माना जाता है। माना जाता है कि जिस घर में शालिग्राम की स्थापना होती है वहां सुख-समृद्धि का वास होता है लेकिन इसे जमीन पर रखने से धन हानि की संभावना बढ़ जाती है। मंदिर की सफाई करते समय भी शालिग्राम को जमीन पर ना रखें।
भगवान की मूर्ति
अक्सर लोग सफाई करते समय भगवान की मूर्ति को जमीन पर रख देते हैं लेकिन ऐसा करना गलत है। भगवान की मूर्ति को कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि भगवान की मूर्ति को जमीन पर रखने से उनका अपमान होता है और घर की शांति भंग होती है। मंदिर की सफाई करते समय मूर्ति को किसी कपड़े या थाली में रखें।
सोने या सोने के आभूषण
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु को सोना बहुत प्रिय है क्योंकि वह मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। ऐसे में कभी भी सोने या सोने के आभूषण को जमीन पर ना रखें। इससे भगवान विष्णु सहित सभी देवताओं का अपमान है। यहां तक कि पैरों में कभी भी सोने के आभूषण नहीं पहनने चाहिए। सोने के गहनों को हमेशा कपड़े में लपेटकर सुरक्षित स्थान पर रखें।
शंख
सत्यनारायण की कथा से लेकर जन्माष्टमी में कृष्ण के स्नान तक शंख का विशेष महत्व है लेकिन इसे हमेशा पूजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए। इसे जमीन पर रखने से घर की शांति भंग और धन हानि हो सकती है।