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सोनम कपूर के ससुर को ठगों ने लगाया चूना, आरोपियों ने हाइटेक तरीके से चुराए 27 करोड़

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 12 Mar, 2022 03:56 PM
सोनम कपूर के ससुर को ठगों ने लगाया चूना, आरोपियों ने हाइटेक तरीके से चुराए 27 करोड़

फरीदाबाद पुलिस ने बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर के ससुर हरीश आहूजा के साथ ठगी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने उनकी एक निर्यात-आयात फर्म के साथ 27 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का पता लगाया है। हरीश आहूजा की कंपनी से 27 करोड़ रुपए की ठगी की गई है, जिन्हें ठगों ने रिबेट ऑफ स्टेट एंड सेंट्रल टैक्सेस एंड लेवीज (RoSCTL) लाइसेंस के जरिए अंजाम दिया।

केस में 9 आरोपी गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि पिछले साल जुलाई से आहूजा की फर्म की शिकायत पर चुपचाप काम करते हुए फरीदाबाद पुलिस ने दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कर्नाटक सहित देश के विभिन्न स्थानों से कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी मनोज राणा, मनीष कुमार, प्रवीण कुमार, ललित कुमार जैन और मनीष कुमार मोगा के अलावा मुंबई के भूषण किशन ठाकुर और चेन्नई के सुरेश कुमार जैन के रूप में की है।

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घोटाले में गिरफ्तार 2 अन्य लोगों की पहचान कर्नाटक के रायचूर के गणेश परशुराम, रायगढ़ के राहुल रघुनाथ और पुणे के संतोष सीताराम के रूप में हुई है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आरोपी मनोज राणा, मनीष कुमार, प्रवीण कुमार और मनीष कुमार मोगा ने पहले डीजीएफटी में क्लर्क के रूप में काम किया था और निदेशालय के कामकाज में अच्छी तरह से वाकिफ थे।

ऐसे की धोखाधड़ी

अत्यधिक नवीन साइबर धोखाधड़ी के तौर-तरीकों के बारे में बताते हुए फरीदाबाद पुलिस मुख्यालय नीतीश अग्रवाल ने कहा कि सरकार ROSCTL लाइसेंस के रूप में निर्यात फर्मों को कुछ प्रोत्साहन देती है, जिससे उन्हें उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क में कुछ छूट मिलती है।

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हाइटेक तरीके से वारदात को अंजाम

पुलिस उपायुक्त नीतीश अग्रवाल ने बताया कि उन्हें हरीश ने जुलाई, 2021 में साइबर ठगी की शिकायत की थी। इसके बाद चुपचाप मामले की जांच की जा रही थी। डीसीपी ने कहा कि ये RoSCTL लाइसेंस कई लाख रुपए के डिजिटल कूपन के समान होते हैं, जिससे फर्म को करों और शुल्कों में छूट मिलती है। मगर, धोखेबाजों ने आहूजा की फर्म के ₹ 27.61 करोड़ मूल्य के कुल 154 RoSCTL हासिल किए थे और उन्हें स्थानांतरित कर रहे थे।

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वे बड़ी एक्ज़िम फर्मों के कोड को धोखे से सुरक्षित करते थे और उनके रिकॉर्ड की जांच करके, उनके खातों में धन का पता लगाने के साथ-साथ उन RoSCTL कूपनों के मूल्य का पता लगाते थे। इसके बाद वो इसे स्थानांतरित कर देते थे। पुलिस ने 2 लैपटॉप, 1 कंप्यूटर, 6 मोबाइल व 20 हजार रुपए कब्जे में लिए हैं। वहीं, आरोपियों की ओर से ट्रांसफर किए गए 27.61 करोड़ के लाइसेंस को भी फिलहाल 'फ्रीज' करवा दिया गया था। ये शाही एक्सपोर्ट कंपनी को वापिस दे दिए गए हैं।

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