गर्मियां आते ही हर किसी का मन लाल-लाल मिठ्ठा तरबूज खाने को करता है। लेकिन क्या आपने कभी पीला तरबूज खाया है? पीला तरबूज लाल वाले से बेहद ज्यादा अधिक फायदेमंद होता है। आपको जानकारी के लिए बता दें की पीले तरबूज की खेती सबसे पहले अफ्रीका में हुई जिसके बाद धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में पहुंच गया। इसके अलावा अब इसकी भारत के राजस्थान समेत कई जगह पर खेती होती है। लाल से ज्यादा अब हर किसी को इसका स्वाद अच्छा लगता है। इसी के साथ चलिए हम आपको आज इसके बारे में आधिक जानकारी बताते हैं जिसके बाद आप आज से ही इसे खाना शुरू कर देंगे।
इसलिए है तरबूज का रंग पीला
विज्ञान की मानें तो तरबूज का रंग लाइकोपीन नाम का एक केमिकल पर निर्धारित करता है। इसकी अधिकता की वजह से तरबूज का रंगलाल होता है। जबकि पीले तरबूज में लाइकोपीन नामक केमिकल ज्यादा नहीं पाया जाता है।लेकिन ये पीला तरबूज लाल के मुकाबले बहुत मीठा होता है इसे शहद जितना मीठा बताया जाता है। इसमें विटामिन ए की मात्रा भी खूब पाई जाती है।
पीले तरबूज खाने के फायदे
- पीला तरबूज में बीटा कैरोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बीटा कैरोटीन आंखों के लिए बहुत जरुरी होता है इसके सेवन से आंखे स्वस्थ रहती हैं।
- इसमें विटामिन ए भी ज्यादा पाया जाता है। जिससे दृष्टि, प्रजनन स्वास्थ्य और भ्रूण के विकास में मदद मिलती है।
- यह पाचन के लिए अच्छा होता है।
- पीले तरबूज में कैलोरी कम होती है।