जब बात चॉकलेट खाने की आती है तो सबसे पहले डेयरी मिल्क का नाम ही दिमाग में आता है। सिर्फ बच्चों को ही नहीं बल्कि बड़े लोगों को भी डेयरी मिल्क चॉकलेट खूब पसंद आती है। लेकिन जब आपकी मनपसंदीदा चॉकलेट में ही कीड़ा आ जाए तो क्या होगा। ऐसा ही कुछ सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में एक शख्स के साथ हुआ है। हैदराबाद के इस शख्स ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें चॉकलेट के कुछ हिस्सों में कीड़ा रेंगता दिख रहा है। इसके बाद अब तेलांगना राज्य खाद्य प्रयोगशाला (SFL) ने कैडबरी चॉकलेट को असुरक्षित बता दिया है।
पैकेट खोलते ही निकाल कीड़ा
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि शख्स ने हाथ में चॉकलेट पकड़ी हुई है। पैकेट खोलते ही चॉकलेट के पिछले हिस्से पर एक जिंदा कीड़ा रेंगता हुआ दिख रहा है। सामने आई जानकारी की मानें तो शख्स ने यह चॉकलेट शहर के एक मेट्रो स्टेशन से खरीदी थी। इस वीडियो को उस शख्स ने अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है जिसके बाद हर कोई यह सोचने पर मजबूर हो गया है कि क्या चॉकलेट सच में सेफ है।
तेलांगना लेबोटरी ने बताया चॉकलेट को अनसेफ
इसके वीडियो को देखने के बाद तेलांगना राज्य खाद्य प्रयोगशाला (SFL) ने कैडबरी चॉकलेट को खाने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया है। 27 फरवरी 2024 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिंताजनक निष्कर्षों ने आमतौर पर बेचे जाने वाले एफएमसीजी उत्पादों की सुरक्षा के बारे में चितां बढ़ा दी है। खाद्य प्रयोगशाला की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें मौजूद कीड़े के कारण फूड सेफ्टी एंड स्टंडर्ड एक्ट 2006 की धारा 3(zz) (iii) (ix) के अंतर्गत असुरक्षित माना जाता है। अपनी इस पोस्ट में शख्स ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को टैग करते हुए कहा कि अब समय आ गया कि एफएमसीजी कंपनियों को असुरक्षित भोजन की आपूर्ति के लिए जवाबदेह बनाया जाए और उन्हें दंडित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनियों को व्यवस्था का मजाक नहीं बनाने देना चाहिए और उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए। इसके अलावा उनके लिए लाइसेंस रद्द किए जाने चाहिए।
कैडबरी ब्रांड के मालिक ने दिया जवाब
व्यक्ति ने अपनी पोस्ट में कैडबरी के मालिक मोंडलेज (Mondelez) को भी टैग किया था। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि - 'प्रोडक्ट को बनाते हुए कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। हम लोग इंटरनेशनल लेवल पर स्वीकृत HACCP(Hazard Analysis and critical control points) कार्यक्रम का पालन करता है जो दुनिया में सबसे सुरक्षित खाद्य प्रणाली है। हम इसका इस्तेमाल करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे प्रोडक्ट्स में कोई भी माइक्रोबॉयोलॉजिकल या फिर कोई कैमिकल प्रोडक्ट्स न हो।'
'चॉकलेट को भी बाकी फूड प्रोडक्ट्स की तरह अच्छे पर्यावरण में स्टोर करने की जरुरत होती है। हमने एक ही बैच के सैंपल्स के साथ-साथ उस समय बने बाकी बैच के सैंपल्स चेक किए हैं और इसमें कोई भी समस्या नहीं मिली है।'