प्रेगनेंसी में अल्ट्रासाउंड के साथ महिलाओं को कई तरह के चेकअप करवाने पड़ते हैं, ताकि बच्चे को कोई नुकसान ना हो। मगर, इस दौरान महिलाएं रूटीन डेंटल चेकअप नहीं करवाती, जो मां ही नहीं शिशु के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है। इसलिए प्रेगनेंसी में जच्चा और बच्चा की सेहत के लिए डेंटल चेकअप करवाना जरूरी है।
क्यों जरुरी है डेंटल चेकअप?
कुछ गर्भवती महिलाओं को इस दौरान दांतों में दर्द, मसूड़ों में सूजन व सेंसिटिवीटी रहती है जिसका अगर समय रहते इलाज ना करवाया जाए तो मुसीबत पड़ सकती है। कई बार तो गर्भावस्था में दांतों में से खून भी आने लगता है। दरअसल, प्रेगनेंसी में डेंटल प्रॉब्लम्स होने पर प्रसव के बाद शिशु को भी ये समस्याएं होने का डर रहता है। इसलिए प्रेगनेंसी में डेंटल चेकअप जरूरी है, ताकि समस्याओं का समय रहते इलाज किया जा सके।
रुटीन में दांतों का चेकअप करवाएं
हर किसी को कम से कम 6 महीने बाद ओरल चेकअप जरूर करवाना चाहिए इसलिए साल में 2 बार डेंटिस्ट के पास जाकर दांतों की सफाई करवाए, ताकि किसी गंभीर समस्या से बचा जा सके।
इंटर प्रॉक्सिमल ब्रश को करें यूज
दांतों में खाना फंस जाए तो इसे इंटर प्रॉक्सिमल ब्रश से निकालें। लंबे समय तक दांतों में खाना फंसे रहने के कारण मुंह में बैक्टीरिया जमा हो जाते है, जिससे इंफेक्शन के साथ दांतों में सड़न, दर्द, सूजन आदि हो सकता है।
अपनाएं ये घरेलू नुस्खे...
लौंग का तेल
वैसे तो लौंग की तासीर गर्म होती है लेकिन दांतों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए रूई में लौंग तेल लगाकर दांतों में रख लें। इससे दर्द के साथ सूजन व खून आने की समस्या भी दूर होगी।
अनार के छिलके
अनार के छिलकों को सुखाकर बारीक पीसकर रोजाना मंजन करें। इससे दांतों या मसूड़ों से खून आना, मुंह से बदबू आना, दांतों का पीलापन, मेल जमा होना जैसी समस्याएं दूर रहेंगी।
बेकिंग सोडा व नमक
चुटकीभर बेकिंग सोडा और नमक मिलाकर रोजाना दांतों की सफाई करें। मगर, ध्यान रखें कि इसे ज्यादा तेजी से ना घिसे।
गर्भवती किसी भी नुस्खे को अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए 'नारी केसरी' के साथ जुड़ी रहे।