देश-विदेश में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को चेतावनी दी कि नया कोविड -19 ओमाक्रॉन संस्करण किसी भी पिछले स्ट्रेन की तुलना में तेजी से फैल रहा है, और यह शायद दुनिया के अधिकांश देशों में मौजूद है। डब्ल्यूएचओ कहना है कि यह अब तक का सबसे अधिक तेजी से फैलने वाला वायरस है, जिसके मामले करीब 77 देशों में दर्ज किए गए हैं। चिंता की बात तो यह है कि इस वायरस पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
सबसे अधिक तेजी से फैल रहा
डब्ल्यूएचओ के निदेशक ने कहा कि 41 देश अभी तक अपनी आबादी के 10% टीकाकरण तक नहीं पहुंचे हैं, और 98 देश अपनी आबादी के 40% टीकाकरण तक नहीं पहुंचे हैं। हालांकि कई देशों ने बूस्टर डोज देने की स्पीड तेज कर दी है लेकिन वैज्ञानिकों के पास इस बात का कोई सबूत नहीं कि बूस्टर डोज वेरिएंट पर प्रभावी ही रहेगी।
बचाव के लिए प्रोटोकॉल जरूरी
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इस वायरस को हल्के में ना लें। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने जिनेवा में एक कोविड अपडेट के दौरान कहा, "ओमाइक्रोन उस दर से फैल रहा है जो हमने किसी पिछले संस्करण के साथ नहीं देखा है। मुझे बहुत स्पष्ट होने की आवश्यकता है। अकेले टीके किसी भी देश को इस संकट से बाहर नहीं निकालेंगे। यह मास्क, डिस्टेंसिंग, वेंटिलेशन या हाथ की स्वच्छता के बजाय टीके नहीं है। यह सब करें। इसे लगातार करें। इसे अच्छी तरह से करें।"
बढ़ सकते हैं मौत के मामले
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा, "ओमीक्रॉन के बढ़ते हुए मामलों को देखकर आशंका जताई जा रही है कि अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीज और मौत के मामलों में इजाफा हो सकता है।" हालांकि यह अभी भी निश्चित रूप से कहना जल्दबाजी होगी।
ओमिक्रान वेरिएंट के लक्षणों को ना करें नजरअंदाज
दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान करने वाली डॉक्टर एंजेलीके कोएट्जी के मुताबिक,
-थकान महसूस होना
-सिरदर्द
-पूरे शरीर में तेज दर्द
-गला छिलने जैसी दिक्कतें
-इसमें ना ही खांसी और ना ही लॉस ऑफ टेस्ट एंड जैसे कोई लक्षण दिखें।