मछली खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है, खासकर सर्दियों में। ओमेगा फैटी एसिड, हाई प्रोटीन, फैट, विटामिन्स से भरपूर मछली का सेवन सिर्फ आंखों स्किन व बालों के लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण सेहत के लिए फायदेमंद है। मछली का सेवन वजन कंट्रोल, हैल्दी हार्ट, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, डायबिटीज नियंत्रित और मस्तिष्क को स्वस्थ्य रखने में मदद करती है। मगर, क्या आप जानते हैं कि आपको किस तरह की मछली खानी चाहिए क्योंकि भारत में कई तरह की मछलियां पाई जाती है और हर किसी के पोषक तत्व भी अलग-अलग होते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि अच्छी सेहत के लिए कौन-सी मछली खाना फायदेमंद होता है।
सर्दियों में क्यों खानी चाहिए मछली?
दरअसल, मछली की तासीर गर्म होती है इसलिए सर्दियों में इसका सेवन शरीर को अंदर से गर्म रखता है। वैसे तो आप किसी भी समय मछली खा सकते हैं लेकिन पारायुक्त मछली नाश्ते या दोपहर में ही खाएं क्योंकि यह जल्दी डाइजेस्ट नहीं हो पाती।
टूना मछली
नमकीन पानी में पाई जाने वाली टूना मछली में सेलेनियम, विटामिन-बी12, प्रोटीन, पोटैशियम, विटामिन बी6, विटामिन डी, फास्फोरस, कोलिन, मैग्नीशियम और आयोडीन होता है। इसका सेवन दिल के बहुत फायदेमंद माना जाता है। साथ ही यह कैंसर से बचाव और वेट लूज में भी फायदेमंद है।
सालमन मछली
समुद्र और ताजे पानी में मिलने वाली सैल्मन फिश को रावस मछली भी कहा जाता है, जो सबसे पौष्टिक आहारों में से एक है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन, विटामिन ए, डी, बी, जिंक, फॉसफोरस और कैल्शियम भरपूर होता है। इसका सेवन कैंसर से बचाव, मेटाबॉलिज्म बूस्ट, दिल के रोग, मानसिक स्वास्थ्य, मजबूत हड्डियां, स्किन और आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है।
रोहू मछली
रोहू या लेबियो रोहिता (Labeo rohita) फिश एक हड्डीयुक्त मछली है जो ताजे मीठे जल में मिलती है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन ए, बी और सी भरपूर होता। वहीं इसमें पारा मध्यम मात्रा में होता है इसलिए इसे सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।
कतला मछली
कतला या भाकुर मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड, सल्फर, प्रोटीन और जिंक होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में बहुत कारगार है। यह वजन घटाने में बहुत मददगार है क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है।
सिंघाड़ा मछली
सिंघाड़ा या कैटफ़िश में हाई प्रोटीन और कैलोरी बहुत कम होती है। साथ ही इसमें ओमेगा 3 व 6 फैटी एसिड, सेलेनियम, विटामिन बी-12 जैसे पोषक तत्व पाए जाते है। इसका सेवन तनाव और मानसिक बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है। इससे एनीमिया की समस्या भी दूर होती है लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
रानी मछली (पिंक पर्च)
गुलाबी रंग की पिंक पर्च फिश बिना वसा वाली मछली है, जो वेट लूज में कारगार है। इसमें प्रोटीन भी भरपूर होता है। गर्भवती महिलाएं भी इसका सेवन कर सकती है क्योंकि इसमें पारा बेहद कम मात्रा में होता है।
बांगड़ा (मैकरेल) मछली
बांगड़ा या मैकरेल मछली में ओमेगा 3, विटामिन डी और सेलेनियम भरपूर होता है। इसका सेवन दिल को स्वस्थ रखने के साथ हाई ब्लड प्रेशर, मानसिक और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। साथ ही इससे हार्मोन्स भी बैलेंस रहते हैं।
सुरमई मछली
सुरमई या किंग मैकेरल मछली एनीमिया, हाई ब्लड प्रेशर, मजबूत हड्डियां और आंखों की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन ए, बी6, बी12 और डी भरपूर होता है। मगर, इसमें पारा बहुत अधिक होता है इसलिए गर्भवती महिलाएं इसका सेवन ना करें।
पॉम्फ्रेट मछली
बटर फिश या पॉम्फ्रेट बिना तेल वाली मछली है, जिसे भारत में सबसे अधिक पसंद किया जाता है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी, डी और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जो जोड़ों में दर्द, नसों में ब्लॉकेज जैसी समस्याओं को दूर रखता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।
हेरिंग मछली
हेरिंग या हिल्सा फिश बांग्लादेश की राष्ट्रीय मछली है। दिल के लिए इसका सेवन बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर होता है। चूंकि इसका मांस बहुत से नर्म होता है इसलिए यह भारत की सबसे महंगी मछलियों में से भी एक है।